रिंकू झा
पटना : उत्तर पुस्तिका की जांच करने के बाद अंकों के डिटेल्स भरने के लिए अब परीक्षकों को ओएमआर शीट भरना होगा. यही ओएमआर शीट को बाद में कंप्यूटर पर डाल कर बार काेड के अनुसार मार्क्ससीट तैयार किया जायेगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट 2017 के मूल्यांकन में बड़ा बदलाव किया है. पुराने तरीके के मार्क्स फाइल पर अंक लिखने की प्रक्रिया को समाप्त कर दिया गया है. अब मार्क्स फाइल की जगह परीक्षकों को ओएमआर शीट दिया जायेगा. परीक्षक ओएमआर शीट पर ही उस विषय का अंक लिखेंगे और मार्क्स के बगल में पहले से दिये गये बाॅक्स को भरेंगे. हर परीक्षक को आेएमआर शीट की कॉपी दी जायेगी.
बार कोड के अनुसार विषयवार ओएमआर शीट हुआ तैयार : हर ओएमआर शीट पर बार कोड लिखा रहेगा. जिस बार कोड की उत्तर पुस्तिका शिक्षक को दी जायेगी, उसी बार कोड का ओएमआर शीट शिक्षकों को भरना होगा. जिस उत्तर पुस्तिका में शिक्षक जितने अंक देंगे, उसी अंक को बार कोडिंगवाले आेएमआर शीट में भी भरना होगा. ज्ञात हो कि हर विषय के लिए ओएमआर शीट अलग-अलग तैयार किया गया है. हर विषय का आेएमआर शीट अलग-अलग बार कोड के अनुसार तैयार किया जायेगा.
मूल्यांकन बाद ओएमआर शीट से ही तैयार होगा रिजल्ट : मूल्यांकन समाप्त होने के बाद ओएमआर शीट को बोर्ड कार्यालय लाया जायेगा. इसके बाद बार कोड के अनुसार ओएमआर सीट को कंप्यूटर पर डाल कर हर बार कोड के अनुसार सारे विषयों के अंकों को एक जगह रखा जायेगा. .
नहीं होगी अंकाें की गड़बड़ी : रिजल्ट में अंकों की गड़बड़ी का कई बार मामला हाेता रहा है. लेकिन, इस सिस्टम के होने से अंकाें मे कोई गड़बड़ी नहीं होगी. शिक्षक की ओर से अंक देने में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होगी. इसके तहत 200 उत्तर पुस्तिकाओं का एक बैग तैयार होगा.
हर बैग में ओएमआर शीट और उत्तर पुस्तिका का बार कोड एक होगा. अगर शिक्षक अंक देने में गड़बड़ी करेंगे, तो कंप्यूटर उसे तुरंत पकड़ लेगा. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा िक मूल्यांकन में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इस कारण इस सिस्टम को लाया गया है. परीक्षार्थी जो उत्तर पुस्तिका में लिखेंगे, उन्हें पूरे अंक आयेंगे. सारे उत्तर पुस्तिका की जांच हो पायेगी. रिजल्ट भी जल्दी तैयार हो पायेगा.