33.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शॉर्टकट से नहीं किया जा सकता अनुसंधान : डीजी

27 फरवरी तक चलने वाले पुलिस वीक का उद्घाटन पटना : राज्य में पुलिस की छवि सुधारने और बेहतर पुलिसिंग के गुर बताने के लिए छह दिनों का पुलिस वीक शुरू किया गया है. इसमें पुलिस महकमे के ही आला अधिकारी एवं एक्सपर्ट 16 अलग-अलग विषयों पर अपनी प्रस्तुति देंगे. इस कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार […]

27 फरवरी तक चलने वाले पुलिस वीक का उद्घाटन
पटना : राज्य में पुलिस की छवि सुधारने और बेहतर पुलिसिंग के गुर बताने के लिए छह दिनों का पुलिस वीक शुरू किया गया है. इसमें पुलिस महकमे के ही आला अधिकारी एवं एक्सपर्ट 16 अलग-अलग विषयों पर अपनी प्रस्तुति देंगे. इस कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार को बामेती सभागार में पुलिस भवन निर्माण निगम के डीजी अभय कुमार उपाध्याय ने किया. उन्होंने पुलिसकर्मियों को बेहतर पुलिसिंग के टिप्स देते हुए कहा कि अनुसंधान शॉर्टकट से नहीं किया जा सकता है.
पुलिस ऑफिसर कम सैलरी में जब अपना परिवार पाल सकते हैं, तो कम संसाधन में बेहतरीन काम करके भी दिखा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस में अन्य सभी चीजें एक तरफ और व्यावसायिक अखंडता दूसरी तरफ है. पुलिस वीक के दौरान सभी अपने कार्यों का मूल्यांकन करें और सभी बेहतरीन करने का संकल्प लें. इस सप्ताह को गंभीरता के साथ मनाने की जरूरत है. पारंपरिक और रूटीन पुलिसिंग की जानकारी अच्छी है. इसके अनुभवों को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अपने जूनियर के साथ साझा करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि आजकल की पीढ़ी तकनीकी रूप से ज्यादा एडवांस हैं, लेकिन जो लोग टेक्नो-सैवी नहीं हैं. उनके बीच पुल बनाने का काम करें. साइबर दृष्टिकोण से हर किसी को निपुण होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगले पुलिस वीक से भवन निर्माण से जुड़ा सेशन भी रखें.
संसाधन को लेकर ऑडिट कराने की जरूरत
प्रशिक्षण एवं नागरिक सुरक्षा डीजी केएस द्विवेदी ने कहा कि किसी जिलों को उनके पास मौजूदा संसाधनों के बारे में पता ही नहीं है.किस जिले में कितने गोला-बारूद, गाड़ी समेत अन्य कितने तरह के संसाधन मौजूद हैं, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी ही नहीं है. इस बारे में ऑडिट कराने की जरूरत है और इसकी पूरी सूची तैयार करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस की जिला स्तर पर कितनी गाड़ियों और अन्य संसाधनों की जरूरत है, इसकी जानकारी ही नहीं है. अगर इस तरह की ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जाये, तो इस आधार पर इसकी पूर्ति की जा सकती है. प्रत्येक साल जिला स्तर पर पुलिस महकमे में एक के आठवें हिस्से की गाड़ियों की जरूरत है.
ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर इन गाड़ियों की खरीद की जा सकती है. इस तरह से कभी किसी संसाधन की कमी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि सारा काम थाना और इसके नीचे के स्तर पर होता है.
जिला स्तर पर होगा यह आयोजन : एडीजी
एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि पुलिस वीक के माध्यम से सभी स्तर के पुलिस कर्मियों को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर एकजुट करना है. इसके आधार पर परस्पर समन्वय स्थापित हो सकता है. इस तरह के आयोजन से पुलिस और पब्लिक के बीच बेहतर संबंध स्थापित होंगे. थाना स्तर पर युवा और बच्चों के बीच समन्वय स्थापित करना इस तरह के आयोजन का लक्ष्य है. बेहतर समावेश स्थापित करना पुलिस वालों का मकसद है.
उन्होंने कहा कि पुलिस वालों की मदद करने वाले आम लोगों को सम्मानित किया जायेगा. सभी जिला स्तर पर भी इस तरह के कार्यक्रम को आयोजित किया जायेगा. इसमें आम लोगों को भी जोड़ा जायेगा. पुलिस वालों को बेहतर सर्विस देने पर खासतौर से फोकस करना चाहिए. एडीजी (सीआइडी) बिनय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस मौके पर एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आलोक राज समेत सभी आइजी और अन्य अधिकारी मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें