पटना : बिहार में मंगलवार से शुरू हुई इंटर की परीक्षा के पहले दिन ही प्रश्न पत्र केलीकहोने की अफवाहसे अफरा-तफरी मची हुई है. राज्य के कई जिलों सेवाट्सएप पर पेपर वायरल होने के बाद परीक्षा पहलेहीदिन विवादों में आ गयी हैं. हालांकि इन सबके बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि बाजार में जो भी प्रश्न-पत्र है वो फर्जी है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
मालूम हाे कि परीक्षा के पहले दिनआज पहली पाली में साइंस के बायोलॉजी और आईकॉम के एंटरप्रेन्योरशिप का पेपर है जबकि दूसरी पाली में कला संकाय के फिलोसॉफी और वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों की राष्ट्रभाषा हिंदी का पेपर है. एकसमाचार चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद वाट्सएप पर पेपर की तस्वीर वायरल होने लगी. प्रश्न पत्र को देख कर लग रहा है कि यह परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न ही हैं लेकिन इसकी प्रमाणिकता को लेकर अभी पुष्टि नहीं हुई है.
जानकारी के मुताबिक बायोलॉजी का पेपर बिहार के समस्तीपुर में भी वाट्सएप के माध्यम से वायरल हो रहा है. बता दें कि पहली पाली की परीक्षा दोपहर के एक बजे तक होनी है. उसके बाद ही वायरल हुए पेपर की सत्यता की आधिकारिक तौर पर पुष्टि हो पायेगी. वहींएक अन्य समाचार पत्रकेरिपोर्टके मुताबिक बिहार के लखीसराय में 100-100 रुपये में ऑब्जेक्टिव के उत्तर बेचे गयें. यह वाकया मंगलवार सुबह करीब 9:30 बजे से शहर के महिला विद्या मंदिर केंद्र के बाहर शुरू हो गया था. हालांकि वायरल हुआ प्रश्नपत्र की प्रमाणिकता के बारे में संशय बना हुआ है.
चर्चा है कि व्हाट्सएप के माध्यम से ही वायरल हुआ यह प्रश्नपत्र और ऑब्जेक्टिव का उत्तर कई परीक्षा केंद्रों तक पहुंच गया. वहीं, परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा है कि मुझे भी एेसी जानकारी मिली है कि परीक्षा के प्रश्नपत्र वाट्सएप पर वायरल हो गये हैं, लेकिन परीक्षा अभी जारी है. खत्म होने के बाद वायरल प्रश्नपत्र का मिलान किया जाएगा फिर इसकी जांच कराई जाएगी. उल्लेखनीय है कि इंटर की परीक्षा में कला संकाय में 5,39,253, विज्ञान में 6,60,035 और वाणिज्य संकाय में 61,152 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं.