पटना : केंद्र से नोटबंदी के परिणाम को सार्वजनिक किये जाने की मांग किये जाने को राजनीतिक गलियारा में इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा यूटर्न लिया जाना माने जाने पर आज उन्होंने कहा कि वे अपनी बातों पर कायम हैं. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान नोटबंदी के संदर्भ में पूछे गये एक प्रश्न का उतर देते हुए कहा कि यह नोटबंदी पर यूटर्न मीडिया द्वारा की गयी व्याख्या हो सकती है. इस संबंध में उन्होंने दिल्ली में आयोजित परिचर्चा में इसके अलावा समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती अथवा आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और अपना रुख पूरी तरह स्पष्ट कर दिया है.
उन्होंने कहा कि हमने तो मांग की है कि नोटबंदी का क्या फायदा हुआ, यह देश की जनता को बताया जाना चाहिए. नीतीश ने कहा कि हमने कहा था कि सिर्फ नोटबंदी से काम नहीं चलेगा, बेनामी संपत्ति पर भी हिट करना चाहिए. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से लोगों को खासकर असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लोगों को काफी परेशानी हुई, वे बेरोजगार हो गये. उनको दूसरा काम मिले, सरकार को ऐसा काम करना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर ‘रेनकोट’ वाली टिप्पणी पर पूछे गये प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी भाषा हो वो मर्यादित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके ऊपर कितनी ही टिप्पणियां की गयीं, पर कभी अपनी मर्यादा को नहीं भंग किया. लोकतंत्र में बहस होती रहती है, लोग अपने-अपने विचार रखते है, परन्तु भाषा आपत्तिजनक नहीं होनी चाहिए.