डीइओ को लिखित आवेदन देकर छुड़ा रहे अपना पीछा
पटना : किसी को पीठ में दर्द की शिकायत, तो कोई गरदन की दर्द से परेशान. किसी को आंख से दिखायी नहीं देने की दिक्कत, तो कोई हाथों में दर्द की शिकायत लेकर पहुंच रहा. इन दिनों पटना जिला शिक्षा कार्यालय में शिक्षक अपनी सैलरी या दूसरे काम से नहीं आ रहे हैं. बल्कि, वो लिखित आवेदन में कंपाॅर्टमेंटल के डिजिटल मूल्यांकन में शामिल नहीं होने का बहाना लेकर पहुंच रहे हैं.
अब जिला शिक्षा कार्यालय को यह समझ में नहीं आ रहा है कि किसे छुट्टी दें और किसे ड्यूटी में जाने को कहें. पटना जिले के लगभग ढाई सौ शिक्षकों को डिजिटल मूल्यांकन में लगाया जाना है. इसमें 60 शिक्षकों ने अभी तक योगदान नहीं दिया हैं. डीइओ ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार इसमें 20 से 25 शिक्षकों ने बीमारी का बहाना बना कर मूल्यांकन कार्य से पीछा छुड़ाने की कोशिश की है.
ट्रेनिंग ली और अब कह रहे कंप्यूटर पर काम करने लायक नहीं : एक महीने पहले बिहार बोर्ड की ओर से लगभग दस हजार शिक्षकों को कंप्यूटर पर उत्तर पुस्तिका जांचने की ट्रेनिंग दी गयी थी.
सारे शिक्षक इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल हुए. ट्रेनिंग लेकर निकले शिक्षकों ने डिजिटल मूल्यांकन की काफी तारीफ भी की थी. लेकिन, अब वहीं शिक्षक डीइओ ऑफिस में कंप्यूटर पर काम करने के लायक नहीं की सूचना डीइओ कार्यालय को दे रहे हैं. वहीं, जिला शिक्षा कार्यालय ने शिक्षकों को सोमवार तक का समय दिया है. इसके बाद शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. इसके अलावा अनुशासनात्मक कार्रवाई भी बिहार बोर्ड करेगा.