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बेऊर जेल में आतंकवादी सेल के बाहर दोगुने जवान तैनात
पटना : भोपाल के सेंट्रल जेल ब्रेक की घटना के बाद पटना का बेऊर जेल भी हाइ अलर्ट पर है. गया और पटना ब्लास्ट के आरोपित 10 आतंकवादियों को सरयू खंड के दो वार्ड में रखा गया है, वहां की सिक्युरिटी बढ़ा दी गयी है. बीएमपी-सैप जवानों की संख्या दो गुनी कर दी गयी है. […]
पटना : भोपाल के सेंट्रल जेल ब्रेक की घटना के बाद पटना का बेऊर जेल भी हाइ अलर्ट पर है. गया और पटना ब्लास्ट के आरोपित 10 आतंकवादियों को सरयू खंड के दो वार्ड में रखा गया है, वहां की सिक्युरिटी बढ़ा दी गयी है. बीएमपी-सैप जवानों की संख्या दो गुनी कर दी गयी है.
इस बात का खासा ध्यान रखा जा रहा है कि आतंकवादियों के सेल में किसी भी सूरत में मोबाइल फोन समेत कोई प्रतिबंधित वस्तु न जा सके. भाेपाल की घटना के बाद सोमवार की सुबह से ही जेल आइजी समेत अन्य उच्चधिकारियों ने जेल सुरक्षा का फोन से जायजा लिया. शाम को प्रभारी जेल आइजी आनंद किशोर ने करीब एक घंटे तक जेल का निरीक्षण किया.
गया और पटना ब्लास्ट के आरोपित उमर सिद्दीकी, अजहरुदीन कुरैशी, इम्तियाज अंसारी, नोमान अंसारी, जियाउल्लाह, अहमद हुसैन समेत 10 आतंकवादियों को बेऊर जेल में रखा गया है. पटना एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि कोर्ट में इनकी पेशी के दौरान कमांडो सुरक्षा लेगेगी. इसमें आतंकवादियों के कैदी वाहन के आगे-पीछे स्काॅर्ट रहता है. दो इंस्पेक्टर, आठ सब इंस्पेक्टर की टीम कैदी वाहन को कवर करती है. कोर्ट में एसएलआर, इनसास और एके-47 से लैस जवान रहते हैं.
14 अक्तूबर को जेल ब्रेक का हुआ था प्रयास
गया-पटना ब्लास्ट के आरोप में एनआइए द्वारा गिरफ्तार किये गये 10 आतंकवादियों के तार आइएम और सिमी से जुड़े हैं. भोपाल की घटना के बाद यह माना जा रहा है कि पटना के बेऊर जेल में बंद आतंकवादियों ने ट्रायल के रूप में यहां भी जेल ब्रेक का प्रयास किया था.
14 अक्तूबर, 2016 को बेऊर जेल के सरजू वार्ड के कक्षपाल (सैप जवान) पर आतंकवादियों ने हमला बोल दिया था और कक्षपाल का हथियार भी छीनने का प्रयास किया था. इस घटना के बाद सभी 10 आतंकियों को जेल के सेल में डाल दिया गया था और बेऊर थाने में केस दर्ज कराया गया था. ऐसे में अब बेऊर जेल के आसपास के थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि वह लोग अपने क्षेत्र में समय-समय पर वाहन चेकिंग करें.
जेल एसपी के प्रस्ताव पर बढ़ायी जायेगी जेलों की सुरक्षा
जेल सुरक्षा के संबंध में सभी डीएम व एसपी को पत्रा लिखा गया है. इसमें निर्देश है कि जेल में मौजूदा सुरक्षा को एक बार ऑडिट कराया जाए. जिस जेल में सुरक्षा बढ़ाना है उसके बारे में प्रस्ताव दें. अतिरक्त सुरक्षा बल लगाना है तो उसके बारे में जानकारी मांगी गयी है. खास करके उन जेलों पर फोकस किया गया है जहां पर हार्ड कोर क्रिमिनल बंद हैं.
आनंद किशोर, प्रभारी आइजी जेल पटना
पटना : राज्य के सभी पुलिस थानों और जेलों में अलर्ट जारी किया गया है. सोमवार की अहले सुबह भोपाल के केंद्रीय कारा से सिमी के आठ आतंकियों के भागने और बाद में पुलिस मुठभेड़ में सभी के मारे जाने की खबर के बाद बिहार समेत अन्य राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
खुफिया विभाग की तरफ से जारी अलर्ट में राज्य की सभी थानों को सतर्क कर दिया गया है. नेपाल की सीमा से लगे करीब 130 थानों को खासतौर से अलर्ट किया गया है. हालांकि, मध्य प्रदेश से सीधे तौर पर बिहार की सीमा नहीं जुड़ती है, लेकिन यूपी की सीमा से सटे थानों को अलर्ट किया गया है.
अलर्ट में कहा गया है कि नेपाल सीमा पर आतंकी घुसपैठ के अलावा कई गतिविधि को अंजाम दे सकते हैं. इसके अलावा जिन जेलों में आतंकी बंद हैं, उन जेलों में कड़ा पहरा रखने के लिए कहा गया है. जेलों में सीसीटीवी व सुरक्षा के अन्य संसाधनों को सुदृढ़ करने के आदेश हैं. जो कैदी आतंकी गतिविधि के कारण कठोर या सश्रम कारावास की सजा काट रहे हैं, उनके सेल में पहरा बढ़ा दिये गये हैं.
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