पटना : राजधानी पटना का मास्टर प्लान 2031 का रास्ता साफ हो गया. गुरुवार को कैबिनेट ने मास्टर प्लान पर अपनी सहमति दे दी. कैबिनेट की बैठक के बाद नगर विकास एवं आवास मंत्री महेश्वर हजारी ने बताया कि मास्टर प्लान में शहर की बाउंड्री निर्धारित कर दी गयी है. पटना प्लानिंग क्षेत्र का निर्धारण 1167.04 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में होगा. इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के साथ पटना जिला के मनेर, फतुहा, नौबतपुर प्रखंडों के ग्रामीण इलाके को शामिल किया गया है. मास्टर प्लान के अंतर्गत 563 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का विकास किया जायेगा. शेष ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य शहर से जोड़ने के लिए साधनों का विकास किया जायेगा. अब इसका जोनल प्लान तैयार होगा, जिसमें एक-एक मुहल्ले की सड़कों, गलियों और नालियों के विकास का खाका तैयार किया जायेगा.
दो दिन पहले हुआ था मास्टर प्लान पास
दो दिन पहले मास्टर प्लान को पटना मेट्रोपॉलिटन कमेटी के सदस्यों ने सर्व सम्मति से इसे पास कर दिया था. इसके पहले पटना में 1981 में मास्टर प्लान तैयार किया गया था. अब 35 वर्ष बाद पटना का नया मास्टर प्लान तैयार किया गया है. मास्टर प्लान को सरकार की सहमति मिलने के बाद अब इसका जोनल प्लान तैयार किया जायेगा. जोनल प्लान में हर क्षेत्र के विकास के लिए योजनाएं बनायी जायेगी. मास्टर प्लान पास होने के बाद उम्मीद है कि 20 हजार वर्ग मीटर और उससे ऊपर की निर्मित होनेवाली इमारतों पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा लगायी गयी रोक हट जायेगी. महानगर मास्टर प्लान के तहत डेवलपमैंट कंट्रोल कमीशन के तहत जमीन का वर्गीकरण करने का निर्णय लिया गया है. बिहटा हवाई अड्डा का एयर फोर्स और नागरिक उड्डयन के लिए होगा उपयोग
126 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
कैबिनेट की बैठक में लिये गये निर्णय के बारे में कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया कि महानगर मास्टर प्लान के तहत बिहटा हवाई अड्डा का एयरबेस के साथ-साथ नागरिक उड्डयन के लिए भी उपयोग होगा. इसके लिए सिविल एविएशन के साथ राज्य सरकार की सहमति बन गयी है. उन्होंने बताया कि बिहटा हवाई अड्डा को विकसित किया जायेगा. इसके लिए सरकार 126 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करेगी. इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दिया जायेगा. इसके साथ -साथ पटना हवाई अड्डा भी पूर्व की तरह काम करता रहेगा.
महानगर मास्टर प्लान 2031 के लिए मिले थे 721 सुझाव और आपत्ति
पटना शहर को सुनियोजित विकास के लिए पटना मास्टर प्लान की स्वीकृति के बारे में उन्होंने बताया कि महानगर मास्टर प्लान 2031 के लिए 15 नवंबर 2014 तक कुल 721 आपत्ति और सुझाव मिले थे. बड़ी संख्या में लोगों ने एसएमएस और मेल से सुझाव दर्ज कराया. इसके अतिरिक्त भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के टाउन एंड कंट्री प्लानिंग आॅर्गनाइजेशन से मिले सुझाव के निष्पादन के बाद स्वीकृत कर सभी सुझावों और आपत्ति को वेबसाइट पर डाला गया.