पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज पथ निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद सभाकक्ष में नीतीश के समक्ष पथ निर्माण विभाग द्वारा अपने अधीन पथों, पुल एवं पुलियों के निर्माण एवं उन्नयन के लिए वार्षिक कार्ययोजना की स्वीकृति एवं पथ अधिग्रहण निमित मार्गदर्शिका पर प्रस्तुतीकरण दिया गया. मुख्यमंत्री ने मार्गदर्शिका के सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की तथा पथ निर्माण विभाग के सचिव को दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने मार्गदर्शिका को व्यावहारिक बनाने का निर्देश दिया. प्रस्तुतीकरण के दौरान सड़क नेटवर्क के ग्रीड पैटर्न पर भी मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी विभागीय सचिव द्वारा दी गयी.
मुख्यमंत्री ने दिये आवश्यक निर्देश
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग के बीच आपसी समन्वय सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जरूरी है. पथ निर्माण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के मार्गदर्शिका में संशोधन पर भी प्रस्तुतीकरण मुख्यमंत्री के समक्ष दिया गया. इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग द्वारा विभाग के अधीन महासेतु एवं सेतु के प्रबंधन के लिए गंगा पुल परियोजना उपभाग को सेतु प्रबंधन उपभाग के रूप में पुनर्गठित कर इसका सुदृढ़ीकरण एवं आधुनिकीकरण के साथ अतिरिक्त पदों का सृजन के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया गया. इसके अलावा पटना रिंग रोड से संबंधित प्रस्तुतीकरण मुख्यमंत्री के समक्ष दिया गया. मुुख्यमंत्री ने सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
विभागीय मंत्री भी रहे मौजूद
प्रस्तुुतीकरण के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, नगर विकास एवं आवास मंत्री महेश्वर हजारी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पथ निर्माण विभाग के सलाहकार सुधीर कुमार, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, सहित अन्य विभागीय प्रधान सचिव और सचिव तथा अभियंतागण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे.