पटना. आज देश में जो स्थिति बनी हुई है. उससे निजात दिलाने के लिए एक बार फिर से गांधी वादी और लोक नायक जय प्रकाश नारायण जैसे अहिंसा वादी नेताओं की जरूरत है. जय प्रकाश नारायण को आज भी 1975 की इमरजेंसी में उभरते नेता के रूप में जाना जाता है, जो जाति-धर्म और राज्य से ऊपर उठ कर देश की सेवा करते रहे.
संपूर्ण देश को एकतित्र कर एकता की मिसाल पेश करनेवाले जेपी सदैव अहिंसा की नीति पर काम करते रहे. कुछ इसी तरह की बातें शनिवार को श्री ब्रजकिशोर स्मारक प्रतिष्ठान की ओर से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 115वीं जयंती के अवसर पर प्रतिष्ठान भवन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहीं.
साहित्यकार लेखक भैरव लाल दास ने कहा कि जेपी को हम केवल इमरजेंसी मूवमेंट के लिए नहीं, बल्कि चंबल घाटी और मुजफ्फरपुर के नक्सलाइट मूवमेंट के लिए भी जानते हैं. वे हमेशा अहिंसा की नीति पर काम करते थे. ऐसे में अब समय आ गया है कि देश के युवा जेपी के आदर्शों को अपनाएं. संस्थान के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश वर्मा ने कहा कि एक बार फिर से जेपी और गांधी वादी विचाराें को अपनाना होगा. इसमें युवाअों को आगे आना होगा. मौके पर बीबी मंडल समेत अन्य उपस्थित थे.