पटना: नवनियुक्त 121 प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारियों को पंचायती राज मंत्री डॉ भीम सिंह ने सोमवार को नियुक्तिपत्र सौंपा. आधारभूत संसाधनों की कमी के कारण उन्हें पड़ोस के जिले में ही पदस्थापित किया गया है. सचिवालय स्थित सभागार में आयोजित समारोह में मंत्री ने सभी को लैपटॉप देने की घोषणा की. इसके साथ ही मुखिया-सरपंच प्रशिक्षण संस्थान के 26 प्रभारी प्राचार्यो को भी नियुक्ति पत्र दिया गया. नवनियुक्त प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारियों से कहा कि राज्य में इस संवर्ग के 528 पद हैं. इसमें 273 पद रिक्त हैं.
नये पदाधिकारियों की नियुक्ति का लाभ पंचायती राज संस्थाओं को मिलेगा. पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए विभिन्न स्तरों पर 10 हजार कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है. राज्य में बेरोजगारी है और सरकार नौकरी देने को तैयार है. कर्मचारी चयन आयोग को विभाग ने 142 रिक्तियां भेजी थीं, लेकिन योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने के कारण कम पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है. उन्होंने नसीहत दी कि वे जब कार्यालय में जायें, तो अपने पहनावे पर विशेष ध्यान रखें.
उन्होंने कहा कि सेवा शर्तो में सुधार की पहल की जा रही है. अप्रैल-मई में नयी गाड़ी दे दी जायेगी. जिला पर्षद अध्यक्ष को भी नयी गाड़ी दी जा रही है. नये पदाधिकारियों का प्रशिक्षण तीन फरवरी से आरंभ हो जायेगा. विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि पंचायती राज विभाग के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण संस्थान खोलने का प्रस्ताव है. अभी नौ प्रमंडलों में मुखिया-सरपंच प्रशिक्षण संस्थान थे, जिसका विस्तार करते हुए सभी जिलों में प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना की गयी है.
पदाधिकारियों को जिला प्रशिक्षण संस्थानों में तीन माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण के दौरान एक माह का सांस्थिक प्रशिक्षण होगा, जिसमें पंचायती राज अधिनियम, नियम और कोषागार संहिता की जानकारी दी जायेगी. दो माह का फिल्ड प्रशिक्षण होगा. पंचायती राज विभाग के निदेशक दीपक आनंद ने धन्यवाद ज्ञापन किया.