पटना : आरसीआइ कैश मैनेजमेंट का 2.12 करोड़ रुपये का घोटाला करनेवाले उनके काॅस्टोडियन ही निकले. पुलिस ने एक को गिरफ्तार किया है. उसने बताया है कि गैंग में अन्य लोग शामिल हैं, जो कंपनी से ही जुड़े हैं. पुलिस ने उनके मोबाइल फोन का लोकेशन हिमाचल में पाया है. पटना पुलिस की एक टीम वहां के लिए रवाना हो गयी है.
पुलिस की छापेमारी जारी है. बहुत जल्द सब लोग गिरफ्तार कर लिये जायेंगे. दरअसल आरसीआइ कैश मैनेजमेंट को बिहार के छह बैंकों के कुल 119 एटीएम मशीन में पैसा डलवाने का एग्रीमेंट है. इसमें एसबीआइ, पीएनबी, काॅरपोरेशन बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, आइडीबीआइ व इलाहाबाद बैंक शामिल हैं. कैश मैनेजमेंट कंपनी के क्षेत्रीय निदेशक के मुताबिक इन एटीएम में पैसा डालने के लिए एजेंसी ने कुल 9 काॅस्टोडियन की नियुक्ति की है. यह लोग एटीएम मशीन के कैश चैंबर में पैसा डालते हैं. उसका कोड सिर्फ इन्हीं लोगों को पता होता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी मुन महाराज ने बताया कि बहुत जल्द पूरे गैंग को पकड़ा जायेगा.
ऑडिट हुआ, तो खुला घोटाले का राज : क्षेत्रीय निदेशक ने जब अगस्त 2015 से मार्च 2016 तक एटीएम में डाले गये रुपयों के लेखा-जोखा का ऑडिट कराया, तो घोटाले का राज सामने आया. इस दौरान 2.12 करोड़ रुपये गायब मिले. इस पर उन्होंने दीघा थाने में 5 मई को अपने काॅस्टोडियन पप्पू कुमार, निवासी पृथ्वीपुर के खिलाफ मामला दर्ज कराया. इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. उसका कहना है कि जब वह एटीएम में पैसा डालने जाता था, तो कुल राशि का 25 प्रतिशत रुपया मशीन में नहीं डालता था. इसके अलावा अन्य तरीकों से घोटाला किया जाता था.
इस खेल में एजेंसी के कई लोग शामिल हैं. इसमें बाहरी लोग भी शामिल हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. कुछ लोगों का लाेकेशन प्रदेश से बाहर मिला है.