पटना : राजद सासंद मोम्मद तस्लीमुद्दीन को पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ की गयी बयानबाजी को लेकर कारणबताओ नोटिस जारी किया है. पार्टी ने तस्लीमुद्दीन से नीतीश के खिलाफ दिये गये बयान का हवाला देते हुए पूछा है कि क्यों न तस्लीमुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई की जाये. वहीं इस मामले में कई बार बयान दे चुके, राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को बख्श दिया गया है. उन्हें किसी प्रकार का नोटिस जारी नहीं किया गया है. बिहार में महागंठबंधन की सरकार है. महागंठबंधन के मुख्य घटक दल में राष्ट्रीय जनता दल भी शामिल है. राजद सांसद तस्लीमुद्दीन इन दिनों बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बोल रहे हैं.
नीतीश से मांगा था इस्तीफा
तस्लीमुद्दीन ने हाल के दिनों में जो बयान दिया था, उसमें वह लगातार नीतीश पर हमलावर हो रहे थे. तस्लीमुद्दीन ने पीएम मोदी की तारीफ भी की थी. उन्होंने बिहार में महाजंगलराज कहते हुए सीवान में पत्रकार की हत्या के बाद नीतीश कुमार से इस्तीफा तक मांगा था. इतना ही नहीं लालू प्रसाद यादव के आवास पर बैठक करने के बाद बाहर निकले तस्लीमुद्दीन ने नीतीश कुमार की निंदा करते हुए भी बयान दिया था. जिसके बाद जदयू ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. अब पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
पार्टी ने लिया संज्ञान
तस्लीमुद्दीन के लगातार आ रहे बयानों के बाद राजद ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया. इधर बयानों के बाद सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गयी थी कि जदयू और राजद के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रही है. इस मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने भी कहा था कि पार्टी ने रघुवंश और तस्लीमुद्दीन के बयान को संज्ञान में लिया है. तेजस्वी के मुताबिक दोनों नेताओं को समझदारी का परिचय देना चाहिए था और बयान देने से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात करनी चाहिए थी.