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हिसाब-किताब में भी बेटियां आगे
हिसाब-किताब का विषय माने जानेवाले कॉमर्स में भी बेटियों ने अपना परचम लहराया है. इंटर कॉमर्स के रिजल्ट में टॉप-5 पर बेटियों का कब्जा है. टॉप-10 में शामिल 17 में 14 छात्राएं हैं. ओवरऑल छात्रों से 6.14% अधिक छात्राएं सफल हैं. पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो लालकेश्वर प्रसाद सिंह और सचिव हरिहर […]
हिसाब-किताब का विषय माने जानेवाले कॉमर्स में भी बेटियों ने अपना परचम लहराया है. इंटर कॉमर्स के रिजल्ट में टॉप-5 पर बेटियों का कब्जा है. टॉप-10 में शामिल 17 में 14 छात्राएं हैं. ओवरऑल छात्रों से 6.14% अधिक छात्राएं सफल हैं.
पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो लालकेश्वर प्रसाद सिंह और सचिव हरिहर नाथ झा ने मंगलवार को समिति कार्यालय में इंटर कॉमर्स का रिजल्ट घोषित किया. बीडी कॉलेज, पटना की नंदनी स्टेट टाॅपर बनी हैं. दूसरे स्थान पर राज प्लस टू हाइस्कूल, डुमरांव, बक्सर की प्रिया कुमारी हैं, जबकि कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटना की शिखा कुमारी को स्टेट की थर्ड टॉपर बनी हैं. समिति के अध्यक्ष प्रो लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि 85.19 फीसदी छात्राएं और 79.05 फीसदी छात्र इंटर कॉमर्स की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए है. हालांकि, इस वर्ष कुल 80.87 फीसदी विद्यार्थियों को सफलता मिली है, जो पिछले साल की तुलना में 9.68 फीसदी कम है. 2015 में 90.55 फीसदी विद्यार्थी पास हुए थे.
इस बार िसर्फ थर्ड डिवीजन का रिजल्ट बढ़ा
टॉप टेन लिस्ट में भी छात्राओं ने ही बाजी मारी. टाॅप टेन में इस बार कुल 17 विद्यार्थियों ने जगह बनायी है. इनमें 14 छात्राएं और तीन छात्र शामिल हैं. टाॅप 10 में पटना से सर्वाधिक सात विद्यार्थियों ने जगह बनायी है. ये सभी छात्राएं है. इस परीक्षा में कुल 69486 विद्यार्थी शामिल हुए थे. इनमें 56195 उत्तीर्ण हुए है. 23.78 फीसदी प्रथम श्रेणी, 48.48 फीसदी द्वितीय श्रेणी अौर 8.40 फीसदी तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं. पिछले साल की तुलना में इस बार प्रथम श्रेणी का रिजल्ट 8.01 फीसदी कम रहा है. जहां 2015 में 31.79 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए थे, वहीं 2016 में 23.78 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए. वहीं, द्वितीय श्रेणी का भी रिजल्ट 4.52 फीसदी कम रहा. 2015 में जहां द्वितीय श्रेणी में 53 फीसदी विद्यार्थी को सफलता मिली थी, वहीं इस बार द्वितीय श्रेणी का रिजल्ट 48.48 फीसदी रहा. तृतीय श्रेणी का रिजल्ट इस बार 2.40 फीसदी बढ़ा है. 2015 में जहां छह फीसदी विद्यार्थी ही तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए थे, जबकि इस बार 8.40 फीसदी तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं.
– 12585 छात्र हुए असफल
इंटर कॉमर्स में इस बार 12 हजार 585 विद्यार्थी असफल हुए हैं. वहीं, 524 विद्यार्थी का रिजल्ट पेंडिंग है. समिति के अनुसार पेंडिंग रिजल्ट को जल्द क्लियर कर दिया जायेगा.
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