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नीट वन फेज में पूछे गये चार सवाल गलत
पटना : मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए नेशनल एजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट) फेज वन रविवार को संपन्न हो गया. जेइइ मेन की तरह इसमें भी चार सवाल गलत पूछे गये हैं. ये सभी सवाल चार-चार अंकों के हैं. इनमें दो सवाल केमेस्ट्री के और एक-एक प्रश्न बायोलाॅजी और फिजिक्स के हैं. एक्सपर्ट की […]
पटना : मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए नेशनल एजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट) फेज वन रविवार को संपन्न हो गया. जेइइ मेन की तरह इसमें भी चार सवाल गलत पूछे गये हैं. ये सभी सवाल चार-चार अंकों के हैं. इनमें दो सवाल केमेस्ट्री के और एक-एक प्रश्न बायोलाॅजी और फिजिक्स के हैं.
एक्सपर्ट की मानें, तो केमेस्ट्री के चारों सीरीज के पेपर सेट में कैल्सियम सायनामाइट का सूत्र गलत आया है. एक सवाल के दो उत्तर दिये गये थे, जो नियमानुसार गलत है. बायोलॉजी में माइक्रो न्यूट्रियंट की जगह मैक्रो न्यूट्रियंट करके सवाल पूछा गया है. इस कारण उत्तर नहीं निकल सका. फिजिक्स के कैलकुलेशन से संबंधित न्यूमेरिकल सवाल के उत्तर का विकल्प नहीं निकल पा रहा था. पेपर चार सेटों में आया था.
सभी सेटों में गलत सवाल दोहराये गये थे. फिजिक्स के डब्ल्यू सेट का सवाल नंबर 17, एक्स का 162, वाइ का 130 और जेड सेट का सवाल नंबर 19 गलत पूछा गया है. कैलकुलेशन से संबंधित न्यूमेरिकल सवाल का उत्तर नहीं निकल रहा था. यही हाल केमेस्ट्री और बॉयाेलॉजी के सेट में भी था.
कट हो सकता है कम : नीट के पेपर कठिन होने के कारण इस बार कट ऑफ के कम होने की संभावना है. एक्सपर्ट की मानें, तो पिछले साल जेनरल का कट ऑफ मार्क्स 453 था. लेकिन, इस बार जेनरल का कट ऑफ मार्क्स 450 पर जा सकता है. वहीं, ओबीसी का 440, इबीसी का 370, एससी और एसटी का कट ऑफ माॅर्क्स 260 तक जा सकता है.
एक मिनट लेट होने पर भी नहीं मिला एंट्री : परीक्षा केंद्रों पर पूरी सख्ती बरती जा रही थी. यही वजह था कि एक मिनट लेट पहुंचने वाले अभ्यर्थी को भी सेंटर पर इंट्री नहीं मिला. साढ़े नौ बजे के बाद सारे सेंटर को सीज कर दिया गया था. इससे बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाएं. सीबीएसइ ने पहले ही अभ्यर्थी से 7:30 बजे से नाै बजे के बीच में पहुंच जाने का निर्देश दिया था.
सीबीएसइ पटना की मानें तो पटना जोन के लगभग 10 फीसदी छात्रों की परीक्षा देर से पहुंचने के कारण छूट गयी. पटना के लगभग हर परीक्षा केंद्र पर 20 से 30 परीक्षार्थियों को लौटना पड़ा. सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर के लगाया गया था. इसके अलावा मेटर डिटेक्टर से परीक्षार्थियों की पूरी जांच की गयी. इंटर्नल ब्लू ट्रूथ की जांच के लिए टार्च से कान की जांच की गयी.
सब्जेक्ट वाइज ऐसा था प्रश्न पत्र : फिजिक्स : कुल 45 सवाल पूछे गये. इनमें 23 सवाल 11वीं और 22 सवाल 12वीं के सिलेबस से थे. मेकैनिक्स से 12, इलेक्ट्रोडायनेमिक्स से 10, मॉडर्न फिजिक्स से सात और हीट से सात सवाल आये थे. पिछले साल की तुलना में फिजिक्स का पेपर कठिन था.
केमेस्ट्री : कुल 45 सवाल पूछे गये. इनमें से 28 सवाल 12वीं सिलेबस से आये थे. अधिकतर प्रश्न एनसीइआरटी बुक्स से थे. पिछले साल की तुलना में सवाल अधिक कठिन थे.
बायोलॉजी : पिछले साल की तुलना में प्रश्न आसान थे. कुल 90 प्रश्न पूछे गये थे. इनमें से बॉटनी से 59 और जुलॉजी से 31 प्रश्न पूछे गये. 80 प्रश्न एनसीइआरटी बेस्ड थे.
कोट
इस बार पिछले साल की तुलना में प्रश्न थोड़े कठिन थे. बायोलॉजी आसान था. लेकिन, फिजिक्स और केमेस्ट्री में टफ सवाल पूछे गये. कुछ प्रश्न गलत पूछे गये. इसके लिए बोनस मार्क्स मिलना चाहिए.
विपिन कुमार, डायरेक्टर, गोल इंस्टीट्यूट
लीक होने की है अफवाह
नीट पूरी सख्ती के साथ लिया गया. पेपर लीक हाेने की अफवाहें उड़ी थीं. लेकिन, यह पूरी तरह से गलत है.
संयम भारद्वाज, कार्यकारी निदेशक, एआइपीएमटी
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