पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि भाजपा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती मना कर बिहार में कमजोर तबके का सिंपैथी हासिल करने का स्वांग रच रही है. भाजपा के लोग वोट के सौदागर हैं. उन्हें लगता है कि किसी का नाम लेने से वोट मिलेगा, तो उसी का नाम लेने लगते हैं. वे वेश बदल कर तरह-तरह की बात करते हैं.
सत्ता के लिए तरह-तरह का वेश भी बदलते हैं. जिस विचार के खिलाफ डॉ आंबेडकर ने अपना जीवन लगा दिया, वैसे विचारों के लोग भी आज उनका नाम ले रहे हैं और उनकी जयंती मना रहे हैं.
जो सत्ता के लोभ में भेश बदलकर आए हैं, जिन्हें अंबेडकर की विचारधारा से कुछ भी लेना देना नहीं रहा है, वह आज उनकी जयंती मना रहे हैं. जिस लोग ने रोहित वेमुला को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया, उन्हें बाबा साहेब का नाम लेने का हक नहीं. संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामाजिक न्याय के पुरोधा हैं. न्याय के साथ विकास की अवधारणा को चरितार्थ कर उन्होंने समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त किया है. बिहार राज्य को एक नयी दिशा देने का काम किया है.
समाज के दलित, महादलित, पिछड़े, अत्यंत पिछड़े, अकलियत और अन्य कमजोर वर्गों को पंचायती राज व्यवस्था में आरक्षण देकर राजनीति की मुख्य धारा में लाने के साथ ही उन्होंने सामाजिक शैक्षिक और सांस्कृतिक उत्थान की नयी इबारत लिखी है.