पटना: पटना विवि के कुलपति अरुण कुमार सिन्हा द्वारा मांगों को माने जाने के आश्वासन के बाद सोमवार को दोपहर के वक्त विवि को खोल दिया गया. इसके बाद विवि में कामकाज शुरू हो गया.
इसके पहले वीसी, प्रतिकुलपति, परीक्षा नियंत्रक जैसे ही विवि परिसर में पहुंचे, छात्रों ने उन्हें घेर लिया. इसके बाद करीब एक घंटे तक छात्रों ने उन्हें विवि परिसर में ही बंधक बनाये रखा. कुलपति परिसर में छात्रों को समझाने आये थे कि वे धरना को समाप्त कर दें. इसके बाद छात्रों ने विवि परिसर के प्रवेश गेट को ही बंद कर दिया. कुलपति ने जब सभी मांगों को माने जाने के साथ ये बयान दिया कि छात्र संघ एक साल के बाद स्वत: समाप्त हो गया है और उसका अब कोई अस्तित्व नहीं है, तब जाकर छात्रों ने विवि और परिसर के मुख्य गेटों को खोला.
छात्रसंघ साल भर बाद स्वत: हो जाता है भंग : कुलपति ने छात्रों को पटना कॉलेज के छात्रावासों का आवंटन छुट्टी के बाद दो जनवरी को करने, सेंट्रल लाइब्रेरी को खोलने व खुलते ही पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि छात्रसंघ को भंग करने का अधिकार कुलपति को नहीं है. यह एक साल बाद स्वत: ही समाप्त हो जाता है. चुनाव कराने के लिए राज्य सरकार व कुलाधिपति को पत्र लिखेंगे, जिसमें यह वर्णन किया रहेगा कि छात्रसंघ का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, इसलिए अब नया चुनाव कराया जाये. उन्होंने हॉस्टल मामले में छात्रों पर हुए मुकदमे में छात्रों की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग करने का आश्वासन भी दिया. परीक्षा की तिथि भी शीघ्र घोषित करने की बात कही.
..तो अनिश्चितकाल के लिए बंद
पटना विवि के छात्र राजद के प्रभारी राज सिन्हा ने कहा कि कुलपति द्वारा सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद छात्रहित को देखते हुए विवि को खोल दिया गया. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयीं, तो संगठन दोबारा विवि को अनिश्चितकाल के लिए बंद करा दिया जायेगा. आंदोलन का नेतृत्व पटना विश्वविद्यालय अध्यक्ष उमर फारूख, पटना विवि प्रभारी सह प्रदेश उपाध्यक्ष राज सिन्हा व पटना विवि उपाध्यक्ष रवि रंजन मिंशु कर रहे थे. धरना में मुख्य रूप से पटना विश्वविद्यलाय के महासचिव शादाब आलम, सचिव आजाद चांद, पटना कॉलेज अध्यक्ष, गौतम आनंद वाणिज्य अध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव, प्रदेश महासचिव संतोष यादव, साइंस कॉलेज अध्यक्ष अमर मेहता, सुभाष नाथ, मिन्हाज खान, नदीम अकरम, अमजद, दीपक साह, रविशंकर पासवान, अभिषेक यादव आदि उपस्थित थे.