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छात्रों को जीरो अंक देने से बचें परीक्षक

इंटरमीडिएट परीक्षा. प्रधान परीक्षकों को ट्रेनिंग में बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया पटना : इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए खुशी की खबर है. इस बार किसी भी प्रश्न के उत्तर में जीरो अंक नहीं दिये जायेंगे. जीरो अंक देनेवाले परीक्षक पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्रवाई करेगी. किसी प्रश्न के उत्तर में अगर एक […]

इंटरमीडिएट परीक्षा. प्रधान परीक्षकों को ट्रेनिंग में बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया
पटना : इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए खुशी की खबर है. इस बार किसी भी प्रश्न के उत्तर में जीरो अंक नहीं दिये जायेंगे. जीरो अंक देनेवाले परीक्षक पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्रवाई करेगी. किसी प्रश्न के उत्तर में अगर एक लाइन छात्र ने लिखा हो, तो भी उसमें अंक देने को कहा गया है. ये तमाम निर्देश समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने प्रधान परीक्षकों को ट्रेनिंग कार्यक्रम में दिये. इंटर के मूल्यांकन को लेकर सोमवार से प्रधान परीक्षकों की ट्रेनिंग शुरू हुई है. ट्रेनिंग 19 फरवरी तक चलेगी. हर दिन एक विषय से संबंधित प्रधान परीक्षकों को बुलाया गया है. पहले दिन फिजिक्स विषय की ट्रेनिंग दी गयी है.
उत्तर पुस्तिकाओं में अंकों का रखें तालमेल
ट्रेनिंग के पहले दिन पूरे प्रदेश से 150 प्रधान परीक्षक शामिल हुए. इस संबंध में औरंगाबाद एमएसआरडीडी काॅलेज, देवकुंड से आये अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर पुस्तिका पर जीरो अंक नहीं देने का सख्त निर्देश दिया गया है. किसी भी हालत में जीरो अंक इस बार नहीं देना है.
वहीं यूटी कॉलेज, सहरसा से आये प्रो गणेश प्रसाद ने बताया कि उत्तर पुस्तिका में अंकों के तालमेल का निर्देश दिया गया है. इसे सख्ती से जांच करनी है कि परीक्षक उत्तर पुस्तिका में जो अंदर अंक दिये हैं, वहीं ऊपर में लिखा गया है या नहीं. जनता इंटर कॉलेज, औरंगाबाद के रामा प्रसाद सिंह ने बताया कि स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि उत्तर पुस्तिका में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए.
पटना सिटी : वीक्षक, परीक्षार्थी व अभिभावकों को परीक्षा केंद्र पर मोबाइल लेकर आने पर प्रतिबंध रहेगा. मोबाइल मिलने की स्थिति में जब्त किया जायेगा. सीसीटीवी कैमरा लगाने, वीडियोग्राफी कराने के साथ-साथ सौ मीटर के दायरे में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू होगी
सोमवार को बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी ने कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर की गयी प्रशासनिक तैयारियों से केंद्राधीक्षक, अभिभावक व शांति समिति के सदस्यों को अवगत कराया. एसडीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि कर्मचारियों के चरित्र सत्यापन कर पहचानपत्र निर्गत करे. जबकि अभिभावकों से कहा गया कि केंद्र पर बच्चों को एक ही अभिभावक छोड़ने आये. बैठक में शरीफ अहमद रंगरेज, हिदायत अहमद, चुन्नू, कलीमउद्दीन के साथ केंद्राधीक्षक समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे. बैठक में अभिभावकों ने भी अपनी-अपनी परेशानियों को रखा.
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर कमर क्या कसी, लगभग एक लाख परीक्षा शुरू हाेने से पहले ही मैदान छोड़ कर हट गये. वे इंटरमीडिएट में रजिस्ट्रेशन तो करा लिये, लेकिन परीक्षा फॉर्म ही नहीं भरे. पिछले साल परीक्षा में चोरी के कारण प्रदेश की काफी बदनामी हुई थी, सो इस बार इंटर में नकल पर समिति के कड़ा निर्णय लिया. ऐसे में वैसे परीक्षार्थी फॉर्म नहीं भरने में ही भलाई समझी. विभाग के अनुसार इंटर में इस बार कुल 12.46 लाख परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जबकि 11.58 लाख ने ही फॉर्म भरा.
वीडियोग्राफी कराने का भी निर्णय : इंटरमीडिएट के रजिस्ट्रेशन का काम अगस्त से सितंबर माह तक चला. रजिस्ट्रेशन के बाद नकल रोकने को लेकर कई निर्णय लिये गये. इसके तहत परीक्षा केंद्र पर पुलिस बल लगाने व वीडियाेग्राफी का फैसला लिया गया.
14 लाख परीक्षार्थी के शामिल होने की थी उम्मीद : जिस तरह से हर साल इंटर में परीक्षार्थी की संख्या बढ़ रही है, उससे 2016 की परीक्षा में लगभग 14 लाख परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद थी. लेकिन, इस बार तो रजिस्ट्रेशन में ही छात्रों की संख्या कम रही. इस साल परीक्षा फाॅर्म को मात्र 11 लाख 58 हजार परीक्षार्थी ने ही भरा.

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