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संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी लेंगे विधानमंडल के सदस्य
पटना : रविवार से दो दिवसीय बिहार विधान सभा का पहला स्थापना दिवस समारोह सह विधान मंडल के सदस्यों के लिए तीसरी बार प्रबोधन कार्यक्रम हो रहा है. विधानसभा के उपभवन सभागार में कार्यक्रम होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को समारोह का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन सत्र के बाद विधानमंडल के सदस्यों को संसदीय कार्यप्रणाली के […]
पटना : रविवार से दो दिवसीय बिहार विधान सभा का पहला स्थापना दिवस समारोह सह विधान मंडल के सदस्यों के लिए तीसरी बार प्रबोधन कार्यक्रम हो रहा है. विधानसभा के उपभवन सभागार में कार्यक्रम होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को समारोह का उद्घाटन करेंगे.
उद्घाटन सत्र के बाद विधानमंडल के सदस्यों को संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में लोकसभा के पूर्व महासचिव व संविधान विशेषज्ञ जी सी मल्होत्रा अवगत करायेंगे. उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दीप प्रज्जवलन के बाद विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी आगंतुकों का स्वागत करेंगे. कार्यक्रम में विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, विधान सभा में नेता विरोधी दल प्रेम कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का संबोधन होगा.
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबोधित करेंगे. अंत में संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार धन्यवाद ज्ञापित करेंगे. इसके बाद लोकसभा के पूर्व महासचिव व संविधान विशेषज्ञ जी सी मल्होत्रा संसदीय कार्यप्रणाली से संबंधित विषयों के बारे में विधान मंडल के सदस्यों को अवगत करायेंगे. आठ फरवरी सोमवार को विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी का बजट प्रक्रिया पर संबोधन होगा. इसके बाद संविधान विशेषज्ञ व
लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ सुभाष सी कश्यप विधान मंडल व उनके सदस्यों के विशेषाधिकार विषय पर जानकारी देंगे.
समापन सत्र में विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी का भाषण होगा. अंत में कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह धन्यवाद ज्ञापन करेंगे. विधान सभा के स्थापना दिवस समारोह को लेकर विधान सभा परिसर को पूरी तरह सजाया गया है. विधान सभा परिसर में भवन पर रंगीन रोशनी लगायी गयी है. विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी समारोह की तैयारी का दिन भर जायजा लेते रहे. समारोह को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
इसके लिए मजिस्ट्रेट व पुलिस के जवान लगाये गये हैं. समारोह में आनेवाले आगंतुकों के वाहन पार्किंग की व्यवस्था अमर जवान ज्योति के दक्षिण मैदान में किया गया है. केवल मुख्य अतिथियों का वाहन विधान सभा परिसर में रहेगा.
समारोह के दौरान विधान सभा परिसर में बिना प्रवेश पत्र के जाने की इजाजत नहीं है. समारोह को लेकर शनिवार को दिन भर तैयारी होती रही. जगह-जगह फूल के गमले रख कर खूबसूरत ढंग से सजाया गया है. सुरक्षा व पार्किंग व्यवस्था को लेकर पुलिस के वरीय अधिकारी जवानों को समझाया.
सात फरवरी
11.30 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दीप प्रज्वलन करेंगे
11.35 बजे िवस अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी द्वारा स्वागत
11.55 बजे विप सभापति अवधेश नारायण सिंह का संबोधन
12.05 बजे नेता विरोधी दल प्रेम कुमार का संबोधन
12.15 बजे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का संबोधन
12.25 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संबोधन
1.25 बजे संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार का धन्यवाद ज्ञापन
2.30 बजे संविधान विशेषज्ञ व लोकसभा के पूर्व महासचिव जी सी मल्होत्रा संसदीय कार्यप्रणाली विषय पर देंगे व्याख्यान
आठ फरवरी
11.00 बजे भाजपा विधान मंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी का बजट प्रक्रिया पर संबोधन
11.30 बजे संविधान विशेषज्ञ व लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ सुभाष सी कश्यप विधान मंडल व उनके सदस्यों के विशेषाधिकार पर चर्चा करेंगे
12.30 बजे विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी का समापन भाषण होगा
01.00 बजे कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह धन्यवाद ज्ञापन करेंगे
तीसरी बार कार्यक्रम
विधानमंडल के सदस्यों के लिए तीसरी बार प्रबोधन कार्यक्रम हो रहा है. जीत कर आये 98 विधायक संसदीय प्रणाली की जानकारी ले पायेंगे. दस साल पहले छह फरवरी, 2006 को पहले प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा सचिवालय में तत्कालीन संसदीय अध्ययन प्रशिक्षण ब्यूराे की मानद सलाहकार माग्रेट अल्वा व पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने सदन प्रक्रिया की जानकारी दी थी. दूसरे दिन राजस्थान विधानसभा की तत्कालीन अध्यक्ष सुमित्रा सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव पीडीटी आचार्य, झारखंड विधानसभा के तत्कालीन अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने सदन प्रक्रिया की जानकारी दी.
मुख्यमंत्री नीतीश
कुमार ने सदस्यों के दायित्व, संसदीय प्रथा, परंपरा व शिष्टाचार पर सारगर्भित व्याख्यान दिये थे. दूसरा प्रबोधन कार्यक्रम 26 व 27 सितंबर 2011 को हुआ था. 26 व 27 सितंबर 2011 को हुआ था.
पहले दिन राज्य सभा में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली,राज्य सभा के उप सभापति ए के रहमान खान ने अपने विचार रखे थे. लोकसभा के पूर्व महासचिव जी सी मल्होत्रा विधायी प्रक्रिया व बिहार विधान परिषद के तत्कालीन सभापति पं ताराकांत झा ने संसदीय विशेषाधिकार की जानकारी दी थी.
27 सितंबर 2011 को उत्तर प्रदेश विधान सभा के तत्कालीन अध्यक्ष सुखदेव राजभर, सांसद शरद यादव व लोकसभा के पूर्व महासचिव जी सी मल्होत्रा को विधायक सुन चुके हैं. इसके साथ बिहार विधान सभा में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अब्दुल बारी सिद्दकी प्रशनकाल व तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया था. सबसे आखिरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रभावशाली विधायक कैसे बने इस पर अपने विचार रखे थे.
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