पटना : 2009 में परीक्षा फाॅर्म भरा. एडमिट कार्ड भी मिला. इंटर की परीक्षा में शामिल भी हुआ. सारे विषयों की परीक्षा भी दी. लेकिन, जब रिजल्ट निकला, तो रॉल नंबर ही गायब हो गया. जब रॉल नंबर ही नहीं, तो रिजल्ट कहां से मिलेगा. यह सब लखीसराय के छात्र अब्दुल रहमान के साथ हुआ है. पिछले सात साल में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय (इंटर काउंसिल) का 155 बार चक्कर लगाने के बाद अब्दुल को अब जाकर पता लगा है कि जिस रोल नंबर पर उसने परीक्षा दी थी, वह रोल नंबर है ही नहीं.
Advertisement
कब तक पुकारूं : सरकार, शिक्षा विभाग अब तो दे दो मेरे इंटर का रिजल्ट
पटना : 2009 में परीक्षा फाॅर्म भरा. एडमिट कार्ड भी मिला. इंटर की परीक्षा में शामिल भी हुआ. सारे विषयों की परीक्षा भी दी. लेकिन, जब रिजल्ट निकला, तो रॉल नंबर ही गायब हो गया. जब रॉल नंबर ही नहीं, तो रिजल्ट कहां से मिलेगा. यह सब लखीसराय के छात्र अब्दुल रहमान के साथ हुआ […]
अब वह क्या करें. न रिजल्ट मिला और जो रॉल नंबर था, वह भी गायब हो गया. अभी तक बिहार बोर्ड में उत्तर पुस्तिका में लिखे उत्तर ही गायब होते थे. रोल नंबर भी गायब होने का पहला मामला सामने आया है.
सात साल में रोल नंबर और कोर्स दोनों बदल गये
अब्दुल आरडी कॉलेज, शेखपुरा का नियमित छात्र रहा है. इंटर का परीक्षा फाॅर्म भरने के बाद एडमिट कार्ड में उसका रोल नंबर 10001 था. परीक्षा भी इसी रोल नंबर पर दी. लेकिन, अब सात साल के बाद उसे ओल्ड कोर्स में कर दिया है. रोल नंबर भी बदल गया है. अब्दुल ने बताया कि ओल्ड कोर्स में मेरा रोल नंबर 40038 है और मुझे थर्ड डिवीजन से पास बताया जा रहा है, जबकि वह रोल नंबर मेरा नहीं है.
मैंने दोबारा इंटर की परीक्षा के लिए या इंप्रूवमेंट के लिए फाॅर्म भी नहीं भरा है. मालूम हो कि ओल्ड कोर्स में वही छात्र आते हैं, जो एक-दो विषयों में फेल होते हैं और इंप्रूवमेंट के लिए दोबारा इंटर का परीक्षा फाॅर्म भरते हैं. अब्दुल रहमान ने रिजल्ट पाने के लिए कॉलेज के प्रिंसिपल से फॉरवर्डिंग भी करायी.
आरडी काॅलेज के वर्तमान प्रिंसिपल डाॅ रामाकांत प्रसाद ने अपने हस्ताक्षर से आवेदन फॉरवर्ड कर इंटर काउंसिल को भेजा, लेकिन काउंसिल ने उसे भी नहीं माना. काॅलेज के कर्मचारी कुमार रंजन ने बताया कि अब्दुल रहमान ने 10001 राॅल नंबर पर इंटर की परीक्षा दी थी. पिछले सात साल बाद भी उसको रिजल्ट नहीं दिया गया.
सात साल से आगे की पढ़ाई भी छूटी : इंटर के रिजल्ट के बिना अब्दुल रहमान का नामांकन कहीं पर नहीं हो पा रहा है. उसका पूरा कैरियर ही दावं पर लगा हुआ है. अब्दुल रहमान के पिता मजदूरी करते हैं. तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर है. रिजल्ट नहीं मिलने की स्थिति में छात्र ने उपभोक्ता फोरम से लेकर मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाने की धमकी दी है.
अब्दुल रहमान ने 2009 में इंटर की परीक्षा दी थी. एडमिट कार्ड में 10001 रोल नंबर व रोल कोड 8129 है. एसजीएसएम कॉलेज, शेखपुरा में उसका परीक्षा केंद्र था. 16 मार्च, 2009 से परीक्षा शुरू हुई थी.
उसका रजिस्ट्रेशन नंबर 8129/आर/379/06 है. साइंस के छात्र अब्दुल फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी की परीक्षाओं में शामिल हुआ था. अब्दुल रहमान ने बताया कि जिस एग्जामिनेशन हॉल में मेरी सीट थी, उस कमरे में 382 छात्र परीक्षा दे रहे थे. उनमें हमारे कॉलेज से 322 परीक्षार्थी शामिल थे. मेरे ही रोल नंबर से क्लास में बेंच शुरू हुआ था.
हमारे काॅलेज से दी थी परीक्षा
अब्दुल रहमान हमारे कॉलेज से 2009 में इंटर की परीक्षा दी थी. कॉलेज में सारा डाॅक्यूमेंट उसके 10001 रोल नंबर से ही है. लेकिन, उसे रिजल्ट नहीं मिला. अब बिहार बोर्ड दूसरे रोल नंबर से उसे रिजल्ट दे रहा है, तो वह कैसे ले सकता है. एडमिट कार्ड पर उसका रोल नंबर कुछ और मार्क्सशीट पर कुछ अौर रोल नंबर कैसे हो सकता है? बिहार बोर्ड को उसे जल्द-से-जल्द उसके रोल नंबर पर रिजल्ट दे.
डाॅ रामाकांत प्रसाद, प्रिंसिपल, आरडी कॉलेज, शेखपुरा
इसे मैं देखूंगा
मुझे इसकी जानकारी नहीं है. छात्र जब मिलेगा, तभी सारी जानकारियां मुझे मिलेंगी. अगर ऐसा है, तो गलत है. सही रोल नंबर मिलना चाहिए. मै इसे देखता हूं.
लालकेश्वर प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement