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कॉलेजों ने नैक की मान्यता के लिए सरकार से मांगा सपोर्ट
पटना : राज्य के कॉलेजों ने नैक की मान्यता दिलाने के लिए बिहार सरकार से सपोर्ट करने की मांग की है. गुरुवार को शिक्षा विभाग में चार विश्वविद्यालयों के 30 कॉलेजों की बैठक में कॉलेजों ने प्राचार्यों ने शिक्षा विभाग के सामने कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने और शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की मांग […]
पटना : राज्य के कॉलेजों ने नैक की मान्यता दिलाने के लिए बिहार सरकार से सपोर्ट करने की मांग की है. गुरुवार को शिक्षा विभाग में चार विश्वविद्यालयों के 30 कॉलेजों की बैठक में कॉलेजों ने प्राचार्यों ने शिक्षा विभाग के सामने कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने और शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की मांग की.
शिक्षा विभाग की परामर्शी सरिता सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उन्होंने कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक करने के लिए कॉलेजों से प्रस्ताव मांगा है. साथ ही शिक्षकों की कमी को वर्तमान में आंतरिक स्तर पर दूर करें और एडहॉक के आधार पर बाहर से लें.
इसके अलावा नैक की मान्यता के लिए भी कॉलेजों को अपने स्तर पर तैयार रहने का निर्देश दिया गया. नैक की मान्यता के लिए जो सात मापदंड हैं उसे एक-एक कर पूरा करने को कहा गया. कॉलेजों के प्राचार्यों से कहा गया कि नैक की मान्यता के लिए आइइक्यूए परफॉर्मा भरना होता है.
उसे भरने मेें सावधानी बरतें. गलत भरने के कारण नैक के लिए किये गये आवेदन रद्द हो जाते हैं और छह महीने तक फिर वह कॉलेज आवदेन नहीं कर सकता है. इसके अलावा जब नैक की टीम जब कॉलेज की जांच के लिए आये तो कॉलेज इतना सुसज्जित हो कि उसे नेगेटिव मार्किंग ना मिले. किसी कॉलेज को नैक की ओर से नेगिटव मार्किंग मिलने से उसे पांच साल के लिए डिबार कर दिया जाता है, जिससे वह कॉलेज पांच साल तक नैक के लिए आवेदन नहीं कर सकेगा. विभाग ने कॉलेजों को अपना कैंपस वाइ-फाइ करने का भी सुझाव दिया. साथ ही कॉलेजों को इ-लाइब्रेरी से जोड़ा जाये और कॉलेज इ-लाइब्रेरी का मेंबर हो.
वहीं, कॉलेज के बजट में कंप्यूटर के मेंटेनेंस की भी अलग से व्यवस्था हो, ताकि जब नैक की टीम जांच के लिए आये तो वह इन चीजों पर सहमत दिख सके. बैठक में मगध विश्वविद्यालय, जय प्रकाश विवि छपरा, बिहार विवि मुजफ्फरपुर और ललित नारायण मिथिला विवि दरभंगा के 30 कॉलेजों के प्राचार्यों ने भाग लिया. कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक की कड़ी में यह दूसरी बैठक थी. इससे पहले 40 कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक हुई थी. अब अगले महीने 30 अन्य कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक होगी.
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