बदल ली थी वेशभूषा
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भाजपा नेता अविनाश हत्याकांड: एक शूटर हैदराबाद से गिरफ्तार, दो का पटना में सरेंडर
पटना : दलदली रोड में छह अगस्त की सुबह भाजपा नेता अविनाश कुमार की हत्या करनेवाले तीनों शूटर अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. एक शूटर राजा (शाह की इमली चौक) को पुलिस टीम ने हैदराबाद में जुबली हिल्स के माह वेंकटागिरी से गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो अन्य अंजुम इकबाल (शाह की इमली चौक) […]
पटना : दलदली रोड में छह अगस्त की सुबह भाजपा नेता अविनाश कुमार की हत्या करनेवाले तीनों शूटर अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. एक शूटर राजा (शाह की इमली चौक) को पुलिस टीम ने हैदराबाद में जुबली हिल्स के माह वेंकटागिरी से गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो अन्य अंजुम इकबाल (शाह की इमली चौक) व अलाउद्दीन (हरनाहा टोला, खाजेकलां) ने पुलिस दबिश के बाद पटना सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
राजा को पुलिस ने हैदराबाद कोर्ट में पेश किया गया और पांच दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर पटना लेकर आ रही है. वहां की अदालत ने 24 अगस्त तक इसे पटना के सिविल कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है. जबकि अंजुम इकबाल व अलाउद्दीन को कोर्ट ने तीन सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इस मामले में एसएसपी विकास वैभव ने कहा कि राजा को पटना लाया जा रहा है. उससे पूछताछ में और भी बातों की जानकारी मिलने की संभावना है. साथ ही अंजुम व अलाउद्दीन को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.
उन्होंने फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं दी है कि कितने की सुपारी इन लोगों ने ली थी और किसने दी थी? एसएसपी ने राजनीतिक रंजिश को हत्या का कारण बताया है. हत्यारों को पकड़ने के लिए सदर डीएसपी रामाकांत के नेतृत्व में 25 सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआइटी) का गठन किया गया था.
पांच राज्यों में पुलिस को छकाया, तब लगे हाथ
राजा, अंजुम इकबाल व अलाउद्दीन ने पांच राज्यों में पुलिस को छकाया और तब हाथ लगे. घटना के बाद ये लोग पश्चिम बंगाल, मुंबई, कांचीपुरम, हैदराबाद, दिल्ली भी गये और पटना पुलिस की टीम लगातार इनके पीछे लगी थी. लेकिन, वहां ये लोग एक जगह पर नहीं रहे और इलाका बदलते रहे. एसएसपी के निर्देश पर सभी जगहों पर पटना पुलिस की पांच टीम लगातार काम कर रही थी. पुलिस ने उन राज्यों में रहनेवाले तीनों के तमाम परिजनों के संबंध में पूरी जानकारी हासिल कर रखी थी और लगातार छापेमारी कर रही थी. राजा हैदराबाद से निकल गया था, जबकि अन्य दोनों पहले पश्चिम बंगाल गये थे. वहां से वे दोनों मुंबई गये. जबकि राजा हैदराबाद के बाद कांचीपुरम गया और फिर लौट कर हैदराबाद पहुंचा था. हैदराबाद में राजा के फुफा के आवास से खून लगे कपड़े को पुलिस ने बरामद किया. लेकिन, राजा फरार हो गया़
पुलिस की टीम ने अथक प्रयास के बाद राजा को हैदराबाद में ही पकड़ लिया. इधर, अंजुम व अलाउद्दीन राजा के भाई मोनू के मुंबई के शिवाजी नगर बैगनबाड़ी के आवास पर ठहरे थे. लेकिन, पुलिस की छापेमारी के बाद वे लोग भी वहां से भाग गये थे. पुलिस की दबिश के बाद दोनों पटना सिविल कोर्ट पहुंचे, जहां पहले से ही सारा इंतजाम था और फिर सरेंडर कर दिया. पुलिस को उन दोनों के ट्रेन से मुंबई से पटना निकलने की भनक लग गयी थी और पटना जंकशन के इर्द- गिर्द भी सादे वेश में पुलिस बल तैनात कर दिये गये थे.
रिमांड का आवेदन नहीं दे पायी पटना पुलिस
अलाउद्दीन व अंजुम ने पटना सिविल कोर्ट में पूर्व की योजना के तहत सरेंडर कर दिया और पुलिस को मौका भी नहीं मिला कि वह दोनों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दे सके. हालांकि उन दोनों को रिमांड पर लेने के लिए गुरुवार को पटना पुलिस कोर्ट में आवेदन देगी.
पहले ही तीन जा चुके हैं जेल
छह अगस्त की सुबह अविनाश की हत्या होने के बाद उसके छोटे भाई अभिषेक उर्फ सुशील के बयान के आधार पर कदमकुआं थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसमें छह नामजद व आठ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. जिसमें से तीन नामजद आराेपित पन्ना लाल गुप्ता, पूर्व वार्ड पार्षद ज्योति गुप्ता व गड्डू को पुलिस ने जेल भेज दिया था़ जबकि पुराेहित, रवि व प्रकाश लाल गुप्ता को पुलिस फिलहाल खोज रही है. अभिषेक ने अपने बयान में 2012 में हुए वार्ड काउंसलर चुनाव के बाद पनपी दुश्मनी को घटना का कारण बताया था.
लगातार टीवी व अखबारों में तसवीर फ्लैश होने के बाद तीनों ने अपनी वेशभूषा बदल ली थी. दाढ़ी बढ़ा ली थी और टोपी भी पहननी शुरु कर दी थी. इस मामले में पुलिस के पास वह वीडियो फुटेज पुलिस है, जिसमें ये अविनाश की गोली मार कर हत्या कर रहे हैं.
बेऊर में बंद पंकज व पिंटू ने कहा था हत्या करने कोराजा ने पूछताछ में बताया कि बेऊर जेल में बंद पंकज और अशोक उर्फ पिंटू ने मुझे अविनाश की हत्या करने को कहा था. हालांकि, उसने यह जानकारी नहीं दी कि हत्या करने के लिए उसे कितने पैसे मिले थे. पंकज और पिंटू शराब व्यवसायी साकेत गुप्ता हत्याकांड में जेल में बंद हैं.
अविनाश के परिजन ने की फांसी की मांग
पटना. भाजपा नेता अविनाश के भाई अभिषेक उर्फ सुशील ने घटना के बाद पटना पुलिस ने जिस तरह से कार्रवाई की है, वह संतोषजनक है. अब पटना पुलिस से हमारी एक ही मांग है कि हत्यारों को जल्द-से-जल्द फांसी दिलाने का काम करे.
राजा ने पूछताछ में हत्याकांड में शामिल होने की बात स्वीकारी है. अविनाश के परिजनों ने हत्याकांड में जिन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया था, उनकी संलिप्तता है.
(विकास वैभव, एसएसपी, पटना)
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