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देर रात तक शहर जाम
पटना : बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन (एटक) के बैनर तले बुधवार की सुबह 10:30 बजे 12 सूत्री मांगों को लेकर गर्दनीबाग धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में सेविका-सहायिका एकत्रित हुए. उन्होंने गोवा व तेलंगाना के तर्ज पर अतिरिक्त प्रोत्साहन मानदेय राशि की मांग की. देखते ही देखते सेविका-सहायिकाएं धरना स्थल से आगे बढ़ने […]
पटना : बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन (एटक) के बैनर तले बुधवार की सुबह 10:30 बजे 12 सूत्री मांगों को लेकर गर्दनीबाग धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में सेविका-सहायिका एकत्रित हुए. उन्होंने गोवा व तेलंगाना के तर्ज पर अतिरिक्त प्रोत्साहन मानदेय राशि की मांग की. देखते ही देखते सेविका-सहायिकाएं धरना स्थल से आगे बढ़ने लगीं और रेलवे लाइन पर बैठ गयीं.
रेलवे परिचालन बाधित रहा. पुलिस ने रेलवे लाइन से आंगनबाड़ी कर्मियों को बड़ी मशक्कत के बाद करीब डेढ़ बजे हटाया, तो वे दो बजे हार्डिग रोड पहुंच गयीं और सड़क पर बैठ गयीं. इससे हार्डिग रोड की यातायात बाधित रही. सड़क से गुजरने वाले लोग भिखारी ठाकुर फ्लाइ ओवर से गुजर रहे थे. स्थिति यह थी कि आंगनबाड़ीकर्मी रात के नौ बजे तक हार्डिग रोड पर बैठी रहीं. इस कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप रही.
ट्रैक को किया घंटों जाम
आंगनबाड़ीकर्मी गर्दनीबाग रेलवे गुमटी के समीप पहुंच गये. 11 बजे से लेकर एक बजे तक गुमटी और सचिवालय हॉल्ट तक जमे हुए थे. रेल परिचालन बाधित हो रहा था. तभी जीआरपी और पटना पुलिस पहुंची और प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू किया. ट्रैक किनारे सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों के जुटने की सूचना मिलने के बाद मुंबई सुविधा एक्सप्रेस को पटना जंकशन के आउटर पर ही रोक दिया गया.
साथ ही पटना-बक्सर सवारी गाड़ी भी सचिवालय हॉल्ट पर रोक दी गयी. ट्रैक के कर्मियों को हटाने के बाद दोनों ट्रेनों को रवाना किया गया. पटना जंकशन के आरपीएफ प्रभारी राजेश लाल ने बताया कि कंट्रोल से जैसे ही सूचना मिली बल भेजा गया और वहां से आंगनबाड़ी कर्मचारियों को हटाया गया.
वाहनों की लंबी कतार
प्रदर्शनकारी सड़क से हटने का नाम नहीं ले रही थीं. हार्डिग रोड पर प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा दिन के दो बजे से लगने लगा था और ढाई बजे से सड़क जाम हो गयी थी, जो देर रात तक रही. सड़क पर वाहनों की लंबी कतार थी.
15 सूत्री मांगों पर प्रदर्शन
कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष उषा सहनी व महासचिव बिंदेश्वर प्रसाद ने कहा कि 15 सूत्री मांगों को लेकर पांच अगस्त से अनिश्चितकालीन पड़ताल पर हैं, लेकिन राज्य सरकार वार्ता के लिए तैयार नहीं है.
उन्होंने कहा कि कई राज्यों में आंगनबाड़ी कर्मियों को सरकार प्रोत्साहन मानदेय राशि देती है, लेकिन बिहार सरकार नहीं दे रही है. हमारी मांग जब तक पूरा नहीं होगी,तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
शिक्षक संघर्ष मोरचा
अराजकीय प्रारंभिक शिक्षक संघर्ष मोरचा का 390 कोटि के गैर सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों के अधिग्रहण की मांगों को लेकर लगभग ढाई महीने से अनिश्चितकालीन धरना जारी है. अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिये जाने के विरोध में मोरचा ने बुधवार को रोड शो निकाला.
रोड शो का नेतृत्व कर रहे मोरचा के अध्यक्ष शोभा कुमारी ने बताया कि मोरचा की ओर से मांग पूरा होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया है.
कार्यपालक सहायक
कार्यपालक सहायकों ने आंदोलन के क्रम में डीएम के समक्ष प्रदर्शन किया. सहायकों ने स्थायी नौकरी की मांग को लेकर सीएम के नाम डीएम को ज्ञापन भी सौंपा. संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि सरकार मांगों पर गौर नहीं कर रही है.
वित्तरहित शिक्षाकर्मी
वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा की ओर से अनुदान के बदले वेतन दो की मांगों को लेकर वित्तरहित शिक्षाकर्मियों ने सीएम का पुतला फूंका. मोरचा के अध्यक्ष राम विनेश्वर सिंह ने बताया कि यदि सरकार वित्तरहित कर्मियों की मांगे पूरा नहीं करेगी, तो मोरचा आंदोलन करेगा.
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