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लांघी सीमा, तो पुलिस ने भांजी लाठियां

पटना : 10 सूत्री मांगों को लेकर जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन कर रहे बिहार राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत पर मंगलवार की शाम करीब 6.30 बजे लाठियां बरसायी गयी. प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गये थे. इस पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिस पर प्रदर्शनकारी उग्र हो गये और पुलिस पर पत्थरबाजी की. प्रदर्शनकारियों […]

पटना : 10 सूत्री मांगों को लेकर जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन कर रहे बिहार राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत पर मंगलवार की शाम करीब 6.30 बजे लाठियां बरसायी गयी. प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गये थे.
इस पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिस पर प्रदर्शनकारी उग्र हो गये और पुलिस पर पत्थरबाजी की. प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गये. करीब 20 मिनट तक जेपी गोलंबर के पास अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. इस दौरान 56 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गांधी मैदान थाने में 80 लोगों पर नामजद मामला दर्ज किया गया है.
दरअसल गांधी मैदान में सभा के बाद पंचायत के अध्यक्ष राम अवधेश सिंह व सचिव डॉक्टर संत सिंह की अगुवाई में भारी संख्या में चौकीदार-दफादार पंचायत के लोग जेपी गोलंबर तक पहुंचे. वहां पुलिस बल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. इस पर वह ट्रॉली के पास रुक कर नारेबाजी करने लगे.
कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस से हाथापाई करने लगे और प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गये. पुलिस ने बल प्रयोग किया, तो जवाब में पत्थरबाजी की गयी. इस पर लाठीचार्ज किया गया. इसमें करीब आधा दर्जन लोग चोटिल हो गये. पुलिस ने सबको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और 56 लोगों को गिरफ्तार किया. एसएसपी विकास वैभव ने कहा कि गांधी मैदान थाने में एफआइआर लिखी गयी है. कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
मुख्य मांग
– चौकीदार आश्रितों को सेवा संवर्ग नियमावली में संशोधन कर नियुक्ति की मांग.
– चयनित चौकीदारों को नियुक्ति पत्र जारी किया जायें
– जब तक आश्रितों की नियुक्ति नहीं होती है, तब तक नया विज्ञापन नहीं निकला जायें
– दफादार-चौकीदार को धुलाई भत्ता, साइकिल भत्ता व अन्य सुविधाएं दी जायें
– स्वैच्छिक सेवानिवृत्त के आवेदन आने के एक माह के अंदर आश्रितों को नियुक्त किया जायें
– स्वैच्छिक सेवानिवृत्त के नियुक्ति समिति में एक पंचायत प्रतिनिधि को रखा जायें
– सिपाही की तरह दफादार-चौकीदार को भी एक वर्ष में तेरह माह का वेतन दिया जायें
– मुठभेड़ में शहीद होनेवाले दफादार-चौकीदार के आश्रितों को विशेष सहायता योजना की राशि एक माह में दी जायें
– बेगूसराय की डीएम श्रीमती सीमा त्रिपाठी का तबादला ऐसी जगह हो, जहां दलितों से संबंध न हो.
– मधेपुरा के 27 चौकीदारों को डीए का भुगतान कराया जायें
पटना : सांख्यिकी स्वयंसेवकों के बाद बुधवार को वित्त रहित शिक्षाकर्मियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज की. गर्दनीबाग में नये धरना स्थल के पास वित्त रहित कर्मी प्रदर्शन के दौरान बैरिकेडिंग के आगे जाने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस और मजिस्ट्रेट के समझाने पर जब वे नहीं माने, तो पुलिस ने लाठीचार्ज की. करीब पंद्रह मिनट तक लाठीचार्ज में बारह सदस्य मामूली रूप से घायल हो गये. सभी को इलाज के लिए पास में ही स्थित गर्दनीबाग अस्पताल में भरती कराया गया,जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छोड़ दिया गया. हालांकि इसके बाद शांतिपूर्ण प्रदर्शन रहा.
राज्य के 240 संबद्ध डिग्री और पांच सौ इंटरमीडिएट कॉलेज के हजारों वित्त रहित शिक्षाकर्मियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया था. समान काम के लिए समान वेतन देने, अनुदान नहीं वेतन की मांग, पांच वर्षो के बकाया अनुदान के शीघ्र भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन किया गया.
प्रदर्शन जब गर्दनीबाग अस्पताल के निकट पहुंचा, तो प्रशासन ने रोकना चाहा और नहीं मानने पर लाठी भांजी. मोरचा के अध्यक्ष विनेश्वर सिंह और महासचिव जग नारायण मधु ने बताया कि हमें प्रदर्शन नहीं करने दिया गया. लाठीचार्ज के विरोध में गुरुवार को पुतला दहन होगा. माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय कार्यसमिति सदस्य रामदेव राय ने लाठी चार्ज की निंदा की है.
डाटा इंट्री ऑपरेटर धराये
बिहार राज्य डाटा इंट्री ऑपरेटर के
बैनर तले आंदोलन कर रहे सैकड़ों डाटा इंट्री ऑपरेटर ने गर्दनीबाग में आंदोलन के दौरान प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने की कोशिश की. सरकार के खिलाफ हंगामा किया और प्रदर्शन करते हुए गर्दनीबाग थाने के बगल से होते हुए रेलवे लाइन क्रॉस करने की कोशिश की. पुलिस ने इस कोशिश में लगे तीन ऑपरेटरों को गिरफ्तार किया है. उन सभी के विरुद्ध गर्दनीबाग थाने में सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है.
इन्होंने भी किया आंदोलन
बिहार प्रदेश संस्कृत और मदरसा शिक्षकों ने भी दो दिवसीय आंदोलन शुरू कर दिया है. पांच सूत्री मांगों को लेकर इनके आंदोलन के पहले दिन कोई भी सुधि लेने नहीं आया. महासचिव दानिश बकर ने बताया कि आंदोलन के दूसरे दिन वे सभी विधायक आवास घेरेंगे और उनको विधानसभा जाने से रोक दिया जायेगा. मौके पर संगठन के दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
सांख्यिकी स्वयंसेवक संघ का अनशन आठवें दिन जारी रहा. कारगिल चौक पर इनका अनशन लगातार चल रहा है. नेताओं ने कहा कि पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी उन्हें महत्व नहीं दिया जा रहा है और बिना परीक्षा लिए सिर्फ अंक के आधार पर कई को वेतनमान दिया जा रहा है.
पटना : आर ब्लॉक से धरना स्थल को गर्दनीबाग स्थानांतरित करने के कारण शहर के कई प्रमुख मार्गो में जाम की स्थिति तो खत्म हो गयी, लेकिन गांधी मैदान के चारों ओर परिक्रमा करने की नयी व्यवस्था से अब इन इलाकों में जाम की स्थिति हो रही है.
बुधवार को चौकीदार-दफादार संघ व अन्य संगठनों ने गांधी मैदान के चारों ओर घूम-घूम कर प्रदर्शन किया, लेकिन इस दौरान गांधी मैदान इलाके में जाम की स्थिति हो गयी.
संगठनों के जुलूस के पीछे वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इस कारण पीएमसीएच जा रहा एंबुलेंस भी फंस गया. चौकीदार-दफादार संघ सैकड़ों की संख्या में कारगिल चौक से निकले व गांधी मैदान थाना, राम गुलाम चौक, बिस्कोमान गोलंबर और मगध महिला कॉलेज के सामने होते हुए वापस कारगिल चौक पर पहुंचे, लेकिन इस बीच फ्रेजर रोड से गांधी मैदान की ओर आ रहे वाहन रुक गये.
इसके बाद जुलूस जैसे ही चिल्ड्रेन पार्क के पास पहुंचा,वैसे ही गोलघर की ओर से आने वाले वाहन कमिश्नर कार्यालय के पास रुक गये. जुलूस आगे बढ़ा, तो तमाम वाहन उसके पीछे बढ़ने लगे. इसी बीच ओवर टेक करने वालों ने जाम की स्थिति कर दी. जुलूस जब अपने गंतव्य पर पहुंचा,तो थोड़ी देर के बाद यातायात सामान्य हुआ.

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