पटना. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में बिजली सुधार कार्यक्रम के तहत आठ हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इसमें दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना व इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम शामिल हैं.
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत 5800 करोड़ से सिंचाई के लिए अलग फीडर स्थापित करने सहित अन्य काम होने हैं. साथ ही 2200 करोड़ से इंटीग्रेटेड पावर डेवलेपमेंट स्कीम के तहत शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए काम होगा.
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत दक्षिण बिहार में 117 नये पावर सब-स्टेशन बनाये जायेंगे. सिंचाई के लिए 11 केवी के 565 और 33 केवी के 58 फीडर लगेंगे, जहां से सब-लाइन निकाल कर बिजली आपूर्ति की जायेगी. साउथ बिहार के 17 जिलों के ग्रामीण क्षेत्र के लिए 25 केवीए के लगभग 28 हजार डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगाये जायेंगे. फीडर से बिजली आपूर्ति के लिए 33 केवी के 1594 किलोमीटर व 11 केवी के 6500 किलोमीटर बिजली तार लगाया जायेगा. नॉर्थ बिहार के 21 जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था के लिए लगभग 800 फीडर लगेंगे. 170 नये पावर सब-स्टेशन बना कर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था होगी. 25 केवीए के लगभग 40 हजार डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगाये जायेंगे.
दोनों योजनाओं में केंद्र सरकार व बिहार सरकार को मिल कर काम करना है. इसमें केंद्र व राज्य के हिस्से का अनुपात 60:40 है. पीएम नरेंद्र मोदी पटना वेटनरी कॉलेज से इसका शिलान्यास कर सकते हैं. जानकारों के अनुसार बिजली परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए शिलापट्ट तैयार किये गये हैं. इन पर पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम अंकित किये गये हैं.