घटना के बारे में मृतक के पुत्र राजू कुमार ने बताया कि सोमवार की शाम में मेरे पिता अपनी छोटी नाव से नारियल घाट के सामने गंगा में जाल से मछली मारने गये थ़े उन्होंने बताया कि जाल में छोटी-छोटी मछली फंस गयी थी. जाल में फंसे मछली को मुंह से निकालने के दौरान मछली उनके मुंह में घुस गया, जिससे सांस लेने में उन्हें परेशानी होने लगी थी.
मृतक की पत्नी सुरबीला देवी रोते हुए कह रही थी कि रोज जाल से मछली पकड़े जाते थ़े कौन गलती के सजा भगवान जी देलक ़ अब केकरा भरोसे जीवन कतई़ मृतक के तीन पुत्रियां व दो पुत्र है़ अस्पताल के डॉ आरके रौशन ने बताया कि मछुआरा के मुंह में गइची मछली घुस गयी थी. उन्होंने बताया कि मृतक के अंत्यपरीक्षण के बाद उनके गले से मरा हुआ गइची मछली निकाला गया.