— गांधी संग्रहालय में कार्यशालासंवाददाता,पटनाघरेलू हिंसा अधिनियम 2005 को प्रभावी रूप से लागू करने की जरूरत है. यह तभी संभव हो पायेगा जब समाज के प्रमुख लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी. पुलिस, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र,आंगनबाड़ी केंद्र व शिक्षकों की अहम भूमिका है. हिंसा की सूचना सर्वप्रथम इन्हीं लोगों तक पहुंच पाती है. ये कहना है महिला जागरण केंद्र की अध्यक्ष नीलू का. वह मंगलवार को गांधी संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम ‘घरेलू हिंसा से पीडि़ता के लिए न्याय’ विषय पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रही थीं.उन्होंने कहा कि लगातार महिला हिंसा मामलों में वृद्धि हो रही है. इसमें घरेलू हिंसा व लिंग भेद जैसी समस्याएं आ रही हैं. लिंग भेद के लिए बनी सामाजिक संरचना में लोगों को बदलाव करने की जरूरत है. महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक प्रमिला कुमारी ने बताया कि महिलाएं अब जागरूक हो चुकी हैं. वे हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रही हैं. इसके लिए वह हेल्पलाइन व पुलिस की मदद ले रही है. पटना के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार मिश्रा ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर पीडि़त महिलाओं के इलाज की व्यवस्था है. इसके अलावा उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है. मौके पर डॉ शरद कुमारी व मीता मोहनी समेत अन्य उपस्थित थे.
घरेलू हिंसा से निबटने में पुलिस व चिकित्सकों की अहम भागीदारी
— गांधी संग्रहालय में कार्यशालासंवाददाता,पटनाघरेलू हिंसा अधिनियम 2005 को प्रभावी रूप से लागू करने की जरूरत है. यह तभी संभव हो पायेगा जब समाज के प्रमुख लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी. पुलिस, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र,आंगनबाड़ी केंद्र व शिक्षकों की अहम भूमिका है. हिंसा की सूचना सर्वप्रथम इन्हीं लोगों तक पहुंच पाती है. ये कहना […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement