राज्य की जनता ने जब उनका नाम अपने दिल से निकाल फेंका है, तो पोस्टर लगाने से कोई फायदा मिलने वाला नहीं है. यादव ने राज्य की कानून-व्यवस्था की बदहाली की चर्चा करते हुए कहा कि सिर्फ फरवरी और मार्च में हत्या के 485 मामले, तीन महीने में अपहरण के 1700 मामले, हिंसा के 2000 से ज्यादा मामले, दो महीने में डकैती की करीब 70 वारदात दर्ज हुई है.
उन्होंने कहा कि विकास और जनहित के कार्यो में भी जदयू सरकार की उपलब्धि शून्य है. ग्रामीण सड़क बनाने की योजनाएं ठप हैं, पुल-पुलियों का निर्माण व मरम्मत ठप है. इस बिजली के नाम पर वे इस बार का चुनाव लड़ने का वादा किया थे, उससे सूबे के आधे गांव अब भी वंचित हैं. यादव ने कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को दो बार जनादेश दिया, क्योंकि तब वे भाजपा के साथ थे. उन्होंने कहा कि विलय या गंठबंधन हो भी जाए तो राज्य की जनता इनके झांसे में नहीं आनेवाली है.