इधर होम्योपैथ में भी स्थायी चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया आरंभ हो गयी है. सदर अस्पतालों में आयुव्रेद के 102 पदों के सृजन की प्रक्रिया आरंभ की गयी है. इसके अलावा 83 यूनानी चिकित्सकों की स्थायी नियुक्ति के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. देशी चिकित्सा के निदेशक डॉ श्याम सुंदर सिंह ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग को 173 आयुर्वेद चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए अधियाचना भेज दी गयी है. इसके अलावा 100 होम्योपैथ के चिकित्सकों के लिए भी अधियाचना भेजी गयी है. यूनानी चिकित्सकों की स्थायी नियुक्ति को लेकर 83 पदों के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
देशी चिकित्सा में इतनी संख्या में चिकित्सकों की नियुक्ति होने के बाद मरीजों को इस पद्धति के तहत इलाज का समुचित लाभ मिलेगा. राज्य में 213 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में औषधालय की स्थापना की गयी है. इसके अलावा 69 देसी चिकित्सा के औषधालय हैं. साथ ही 26 जिला स्तरीय अस्पतालों में देसी चिकित्सा की व्यवस्था है. वर्तमान समय में 135 आयुव्रेद के चिकित्सक ही नियमित रूप से काम कर रहे हैं. विभाग ने रिक्त पदों को भरने के लिए पहल आरंभ कर दी है. बिहार लोक सेवा आयोग से चिकित्सकों की नियुक्ति होते ही उनका शीघ्र पदस्थापन कर दिया जायेगा.