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राज्य के सरकारी अस्पतालों में न दवा, न ही इलाज : मोदी
सीएम को विभागों की समीक्षा की फुरसत नहीं, महाविलय में बीत रहा पूरा समय पटना : राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में न दवाएं हैं और न ही इलाज का समुचित इंतजाम. अस्पतालों की हालत इतनी खराब हो गयी है कि डॉक्टर और नर्सो की संख्या भी जरूरत से काफी कम है. ये बातें विधान […]
सीएम को विभागों की समीक्षा की फुरसत नहीं, महाविलय में बीत रहा पूरा समय
पटना : राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में न दवाएं हैं और न ही इलाज का समुचित इंतजाम. अस्पतालों की हालत इतनी खराब हो गयी है कि डॉक्टर और नर्सो की संख्या भी जरूरत से काफी कम है.
ये बातें विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी ने कही. मंगलवार को अपने कार्यालय में उन्होंने कहा कि सीएम को किसी विभाग की समीक्षा करने या उसका कामकाज देखने की फुरसत नहीं है. वे अपना पूरा समय महाविलय में ही देते हैं. विभागों की दुर्दशा का उदाहरण स्वास्थ्य विभाग में दिखता है. विभागीय दुर्गति का ही परिणाम है कि सीवान अस्पताल में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना हुई. उन्होंने कहा कि सीवान में हादसे के बाद लोगों का समुचित इलाज तुरंत नहीं होने के कारण पांच लोगों की मौत हो गयी.
इससे आक्रोशित होकर लोगों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया. किसी अस्पताल में दवा और पट्टी नहीं है. कहीं-कहीं कुछ दिनों की दवा बची है.
उन्होंने कहा कि इसका कारण बीएमएसआइसीएल के जरिये एक वर्ष में दवा की खरीद नहीं होना. इस बार दवा सप्लाइ में मात्र 29 कंपनियों ने टेंडर भरा है. इस बार दवा क्रय कमेटी की नौ बैठकें हो चुकीं हैं, फिर भी कोरम पूरा नहीं होने के कारण निर्णय नहीं हो पाया. बीएमआइसीएल के पूर्व संयुक्त सचिव संजय कुमार पर कार्रवाई की अनुमति के लिए केंद्र से पत्र आया हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री इसे पांच महीने से रोक कर बैठे हैं.
पूर्व एमडी प्रवीण किशोर पर सिर्फ उनके पैतृक विभाग में सेवा लौटाने की कार्रवाई हुई है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में निगरानी को निर्देश दिया है कि दवा घोटाले की जांच के लिए गठित तीन कमेटियों की रिपोर्ट के आधार पर नौ अगस्त तक जांच करके रिपोर्ट सौंपे. इसके बाद कोर्ट तय करेगा कि मामले की जांच सीबीआइ से करायी जाये या नहीं.इस मामले पर विधान परिषद में भाजपा के सदस्यों ने शून्यकाल में हंगामा भी किया था, जिसके बाद परिषद की कार्रवाई भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
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