मुख्यमंत्री ने जदयू के एक मिलन समारोह में भाजपा पर निशाना साधा. विद्यापति भवन में आयोजित मिलन समारोह में सीएम ने पूर्व मंत्री रंजीत सिन्हा को जदयू की सदस्यता भी ग्रहण करायी. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को होनेवाले भाजपा के विराट कार्यकर्ता समागम पर भी चुटकी ली है. उन्होंने कहा जदयू ने एक मार्च को बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजन किया था. उसी की देखा-देखी भाजपा ने विराट कार्यकर्ता समागम का आयोजन कर रहा है.
कार्यकर्ताओं का सम्मेलन हो या फिर समागम दोनों भाजपा ने जदयू की शब्दावली से नकल की है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग दावा कर रहे हैं कि दो लाख से ज्यादा कार्यकर्ता इस विराट कार्यकर्ता सम्मेलन में आयेंगे, लेकिन पटना के गांधी मैदान में कार्यकर्ताओं के लिए तैयार किये गये टेंट को देख कर लगता है कि 25 हजार से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था नहीं हैं. जिस एरिया में टेंट हैं, सिर्फ वहां वीआइपी के लिए जगह है और खुले आसमान के नीचे धूप में कार्यकर्ताओं के लिए तो अलग बात है. जैसे धूप में कार्यकर्ताओं को छोड़ेंगे तो विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ता भी भाजपा को धूप में ही पसीने बहाने के लिए छोड़ देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू में पूर्व मंत्री रंजीत सिन्हा के शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी.
हमलोग बहुत कुछ नहीं दे सकते हैं, लेकिन स्नेह सम्मान देते रहेंगे. कुछ लोग खास मतदाताओं को अपने बंधुआ मजदूर मानते हैं. अब जदयू की ओर से रंजीत सिन्हा, रणवीर नंदन, डॉ अजय आलोक असलियत को लोगों को बतायेंगे. मौके पर विधान पार्षद रणवीर नंदन, जदयू के महासचिव नवीन कुमार आर्य, प्रवक्ता डा. अजय आलोक, राज्य नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह, पूर्व मंत्री करुणोश्वर सिंह, सुनील वर्मा, श्वेता विश्वास, संतोष मेहता थे.