संवाददाता, पटना.राज्य के डिप्लोमा व डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्राचार्य व शिक्षकों के पद खाली रहने पर हाइकोर्ट ने गंभीरता से लिया. सात इंजीनियरिंग कॉलेजों में सिर्फ एक कॉलेज में स्थायी प्राचार्य हैं. शिक्षकों के पद भी खाली हैं. मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी व अश्विनी कुमार सिंह के खंडपीठ में सुनवाई हुई. अदालत ने जानना चाहा कि कब तक खाली पदों को भर दिया जायेगा. राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि तीन से चार माह में खाली पदों को भर दिया जायेगा. राज्य सरकार के बयान पर कोर्ट ने असंतोष जाहिर किया. अदालत ने कहा कि शिक्षा को अधिक महत्व देना चाहिए. नियुक्ति में लेट का कारण शिक्षक हैं. कभी विज्ञापन, कभी नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती दी जाती है. कोर्ट द्वारा इसे स्टे कर दिया गया था. खंडपीठ का कहना था कि शिक्षक को पढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए. कोर्ट-कचहरी का कम चक्कर लगाना चाहिए. राज्य सरकार ने कहा कि छह प्राचार्य की नियमित बहाली होगी. प्रक्रिया तेजी से की जा रही है. नियुक्ति के लिए 83 आवेदन आये थे, जिनमें छह का चयन करना है.
BREAKING NEWS
कोर्ट का चक्कर न लगाएं शिक्षक, पढ़ाने पर दें ध्यान : हाइकोर्ट
संवाददाता, पटना.राज्य के डिप्लोमा व डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्राचार्य व शिक्षकों के पद खाली रहने पर हाइकोर्ट ने गंभीरता से लिया. सात इंजीनियरिंग कॉलेजों में सिर्फ एक कॉलेज में स्थायी प्राचार्य हैं. शिक्षकों के पद भी खाली हैं. मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी व अश्विनी कुमार सिंह के खंडपीठ में सुनवाई हुई. अदालत ने […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement