मांगों को पूरा करवाने के लिए कहीं मशाल जुलूस, तो कहीं बिहार बंद का एलान
पटना : समान कार्य-समान वेतन, स्कूलों का सरकारीकरण व टीइटी और एसटीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नियोजन करने संबंधी मांगों को लेकर आंदोलन जारी है. क हीं मशाल जुलूस, तो कहीं बिहार बंद व सामूहिक उपवास कर तीव्र आंदोलन करने का एलान किया है.
बिहार वित्तरहित शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ की ओर से स्थापना अनुमति प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों व स्थायी मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के सरकारीकरण और कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों को सरकारी शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की तरह वेतन और सुविधा देने आदि की मांगों को लेकर शिक्षा नीति समाप्ति दिवस समारोह के रूप में उपवास कर आंदोलन करेंगे.
संघ के महासचिव शंभु कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों की विभिन्न मांगों को लेकर बाबा साहेब आंबेडकर के जन्म दिवस पर 14 अप्रैल, 2015 को वित्तरहित माध्यमिक शिक्षकों के द्वारा आमरण अनशन का संकल्प लिया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व शिक्षा मंत्री पीके शाही को ज्ञापन सौंप मांगों को पूरा करने की मांग की है.