पटना: पीएमसीएच में दवा खरीद मामले में घोटाले की जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने पूरी कर ली है. निगरानी ब्यूरो शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट पटना हाइकोर्ट को सौंप देगा. ब्यूरो के आलाधिकारी के अनुसार हाइकोर्ट ने विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा बनाम राज्य सरकार मामले में चल रही सुनवाई के क्रम में विजिलेंस से जांच की प्रगति रिपोर्ट मांगी थी.
कीमत की इंट्री गलत
निगरानी सूत्रों के अनुसार, दवा की खरीद मार्केट रेट से कम मूल्य पर हुई, लेकिन उसका वाउचर बाजार मूल्य पर तैयार किया गया. साथ ही, एक ही दवा कई बार खरीदी गयी. विजिलेंस ब्यूरो ने पीएमसीएच के एकाउंटस डिपार्टमेंट में छापेमारी कर वर्ष 2008-09 व 2009-10 में दवा की खरीद से संबंधित तमाम वाउचर व कागजात को जब्त कर उसकी जांच की. कुल 17 करोड़ रुपये के दवा खरीद घोटाला के मामले की समीक्षा हाइकोर्ट कर रहा है.
एजी व स्वास्थ्य विभाग भी कर चुका है जांच : विजिलेंस सूत्रों ने बताया कि जांच की कार्रवाई का निर्देश सीएम सचिवालय स्तर से भी दी गयी थी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी डॉ रमण कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने पूरी खरीद प्रक्रिया की जांच की थी. टीम ने भी सरकार को अपनी रिपोर्ट देते हुए पूरे खरीद प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किये थे. साथ ही एजी कार्यालय ने भी खरीद प्रक्रिया की जांच की थी. विजिलेंस सूत्रों ने बताया कि पूर्व अस्पताल अधीक्षक डॉ ओपी चौधरी व कर्मचारी उमेश शर्मा विजिलेंस ब्यूरो की जांच के घेरे में हैं. विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारी इस मामले में एफआइआर दर्ज करने व कानूनी कार्रवाई करने के पूर्व पूरी तरह से संतुष्ट हो लेना चाहते हैं.