पटना: हरियाली बढ़ाने में मुखिया के साथ ही पैक्स अध्यक्षों की भी मदद ली जायेगी. कृषि सलाहकार भी वन क्षेत्र बढ़ाने में मदद करेंगे. सोमवार को हरियाली मिशन की समीक्षा के दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि लक्ष्य के अनुसार हर हाल में पौधारोपण हो. पांच साल में बिहार का वन क्षेत्र 9.79 प्रतिशत से 15 प्रतिशत करना है.
उन्होंने कहा कि पांच साल में 3.6 करोड़ पॉप्लर व 2.4 करोड़ अन्य पौधे लगाये जाने हैं. किसान बरसात के मौसम में खेत/बगान/मेड़ पर लगाने के लिए पौधा वन विभाग से प्राप्त कर सकते हैं. पौधों की सही देखभाल करने पर पहले साल में 15 रुपये, दूसरे और तीसरे साल में 10 रुपये प्राप्त कर सकते हैं.
दो हेक्टेयर या इससे अधिक पौधारोपण करनेवाले किसानों को प्राथमिकता दी जायेगी. बीपीएल परिवार के लिए चलायी जा रही योजना पर मोदी ने कहा कि 20-20 वृक्षों की एक इकाई बना कर बीपीएल परिवार के मुखिया को उसे देना है. मुख्यमंत्री शहरी वानिकी योजना के तहत बरसात पूर्व सभी तैयारियां पूरी कर ली जायें.
राजगीर इको रेस्टोरेशन प्रोजेक्ट के तहत पंचपहाड़ी प्रोजेक्ट, घोड़ा कटोरा इको डेवलपमेंट प्रोजेक्ट, वेणुवन, जयप्रकाश उद्यान सौंदर्यीकरण व आधारभूत संरचना विकास योजना, हिरण्य पर्वत बड़ी पहाड़ी इको प्रोजेक्ट व राजगीर शहरी पौधारोपण योजना पर तेजी से काम हो. गया की पहाड़ियों में रामशिला या प्रेतशिला, राजगीर में रत्नगिरी, सोनागिरी, विपुलगिरी व उदयगिरी पहाड़ियों पर ग्रीन कवर बढ़ाने की योजना पर तेजी से काम हो. समीक्षा के दौरान उभर कर आया कि पॉप्लर पौधशाला योजना के तहत 407 उद्यमियों ने 56.71 लाख पौधे लगाये हैं.
सामान्य प्रजाति पौधशाला योजना के तहत 303 उद्यमियों ने 30-30 लाख छोटे-बड़े टय़ूबों को लगाया है. 20-20 वृक्षों की 28,125 इकाई का गठन कर लिया गया है. बैठक में विभागीय सचिव दीपक कुमार सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक बीएन झा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक बीए खान, डीके शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.