पटना : पीएमसीएच का इमरजेंसी वार्ड ऐसी जगह है, जहां पूरे सूबे से गंभीर मरीज ही आते हैं. उन्हें कभी स्लाइन, तो कभी खून चढ़ाना पड़ता है. यहां गंभीर मरीजों को स्लाइन व खून चढ़ाने के लिए स्टैंड तक मुहैया नहीं करायी जाती है.
हालत यह है कि मरीज के परिजन खुद ही रस्सी व तार का इंतजाम करते हैं. तब जा कर मरीज को स्लाइन चढ़ती है. रस्सी व तार के अलावा ट्यूब लाइट के स्टैंड के सहारे भी यहां पर काम चलाया जाता है.
इतनी अव्यवस्था होने के बाद भी किसी अधिकारी को इसकी चिंता नहीं है. ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं, बल्कि वे इस पर कार्रवाई करने के बजाय काम चलाने की प्रवृत्ति से काम कर रहे हैं.
एक्स–रे व अन्य जांच में परेशानी
मरीज के परिजनों को तब सबसे बड़ी परेशानी होती है, जब किसी जांच व एक्स–रे के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है. स्लाइन का बोतल या, तो स्ट्रेचर पर मरीज के बगल में रख दिया जाता है या फिर मरीज के परिजन को खुद पकड़ना पड़ता है.