पटना सिटी: श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन बंद है. आउट सोर्सिग से चलनेवाली एक्स-रे मशीन भी नियमित रूप से नहीं काम करती है, जबकि नियमानुकूल यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए. पैथोलॉजी में संसाधनों की कमी बनी है, तब रूटीन जांच ही करायी जाती है. दवा व चिकित्सा सुविधा की कमी होने के कारण यहां मरीज नहीं आना चाहते हैं.
दवाओं का है अभाव
दवा का अभाव है. जिलास्तरीय अस्पताल की इन्हीं कमियों के कारण मरीज यहां भरती होना नहीं चाहते , जो मरीज अस्पताल आते हैं डॉक्टर उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर करने की तैयारी में जुट जाते हैं. अस्पताल में साफ-सफाई की कमी है. नतीजतन महिला, शिशु व इमरजेंसी के साथ अन्य वार्डो के पीछे नाली बजबजा रही है. अस्पताल के खुले स्थान पर उग आये जंगल- झाड़ व्यवस्था की कलई खोलती है. अस्पताल में सीढ़ी, कारीडोर व बाथरूम समेत आधा हिस्सा अंधेरे में डूबे रहते हैं. इस तथ्य का खुलासा औचक निरीक्षण के बाद तैयार जांच रिपोर्ट में अस्पताल रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष सह अनुमंडल पदाधिकारी जयप्रकाश सिंह ने भी की है.
जनसहयोग से विकास कार्य
इधर, अनुमंडल पदाधिकारी व रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ने कहा कि जनसहयोग से भी विकास कार्य कराया जा रहा है. अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधा मिले. इसके लिए प्रयासरत हैं. आधुनिक व मॉडल अस्पताल बनाने के लिए तीन करोड़ 33 लाख का बजट तय हुआ है. जिस पर कार्य चल रहा है.