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हम नीतीश को एक्सपोज करना चाहते थे और इसमें सफल रहे : सुशील कुमार मोदी

पटना : भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार द्वारा भाजपा पर जदयू में विवाद पैदा करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हम उन्हें एक्सपोज करना चाहते थे और इसमें पूरी तरह कामयाब रहे. वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस पूरे मामले में कोई एक व्यक्ति पूरी तरह से […]

पटना : भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार द्वारा भाजपा पर जदयू में विवाद पैदा करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हम उन्हें एक्सपोज करना चाहते थे और इसमें पूरी तरह कामयाब रहे. वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस पूरे मामले में कोई एक व्यक्ति पूरी तरह से एक्सपोज हो गया है, तो वह नीतीश कुमार हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की नैतिकता, दलित प्रेम व सत्ता लोलुपता को एक्सपोज करने में सफल रहे. मोदी ने कहा कि आज जीतन राम मांझी हार कर भी जीत गये और नीतीश जीत कर भी हार गये.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मांझी ने क्यों इस्तीफा दिया, आखिर वे क्यों बहुमत नहीं साबित कर सके; इसका जवाब खुद जीतन राम मांझी ने दे दिया है. भाजपा ने कभी सरकार बनाने का दावा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि हम सत्ता के दावेदार न थे और न हैं. न ही हमने सरकार बनाने का दावा किया था. उन्होंने कहा कि यह बिहार के संसदीय इतिहास की पहली घटना है जब एक ही दल के दो दावेदार सत्ता के लिए दावेदारी कर रहे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां दो अलग-अलग दलों की दावेदारी नहीं है, बल्कि यह एक ही दल के दो गुटों की दावेदारी है.
उन्होंने कहा कि संसदीय इतिहास की यह पहली घटना है जब दल का सत्ता संघर्ष राजभवन और विधानसभा तक पहुंच गया. यहां दलबदल कानून लागू नहीं होता. मोदी न कहा कि दल-बदल कानून तब लागू होता है, जब कोई व्यक्ति पार्टी छोड़ कर किसी दूसरे दल में जाता है या फिर नयी पार्टी बनाता है. नीतीश कुमार के बिहार की जनता से माफी मांगने के सवाल पर कहा कि उन्होंने पांच बार गलती की है, इसलिए पांच बार माफी मांगे तो शायद बिहार की जनता विचार करेगी.
उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में बैठने की व्यवस्था गलत ढंग से की गयी. ऑर्डर पेपर में मुख्यमंत्री व मंत्री कहां बैठेंगे यह भी स्पष्ट नहीं था. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं था कि विपक्ष के लोग कहां बैठेंगे. उन्होंने कहा कि विधायकों को उनकी सदस्यता खत्म होने की धमकी दी गयी. सुशील मोदी ने मांझी के उस बयान को दोहराया कि अगर गुप्त मतदान होता तो उनकी सरकार बच जाती. उन्होंने कहा कि कई विधायकों ने कल रात से आज सुबह तक मुङो फोन कर कहा कि गुप्त मतदान होता तो वे मांझी को समर्थन देते, नहीं तो खुले मतदान में उनकी मेंबरी खत्म हो जायेगी.
सुशील मोदी न कहा कि हमलोगों ने सिर्फ एक महादलित को जिस तरह से पहले महिमा मंडित किया गया और फिर अपमानित किया गया, उस पूरे घटनाक्रम में नीतीश कुमार एक्सपोज हो गये. उन्होंने कहा कि चार बार उन्होंने इस्तीफा दिया. गैसल रेल दुर्घटना के बाद उन्होंने रेलमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, फिर 2000 और फिर 2003 में इस्तीफा दिया. फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा कि नीतीश ने तब भी माफी मांगी थी और आज फिर माफी मांग रहे हैं. सुशील कुमार मोदी ने सवाल उठाया कि मैं नीतीश से पूछना चाहूंगा कि क्या वे नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए भी बिहार की जनता से माफी मांगेंगे. क्या तीन चौथाई जनादेश तो तोड़ने के लिए भी बिहार की जनता से माफी मांगेंगे. क्या लालू प्रसाद का विरोध करने के बाद उन्हीं के साथ जाने के लिए माफी मांगेंगे, क्या जीवन भर कांग्रेस विरोध की राजनीति करने के बाद कांग्रेस से ही हाथ मिलाने के लिए माफी मांगेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को इन चार बिंदुओं पर पहले माफी मांगनी चाहिए, उसके बाद मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए वे माफी मांगें.
सुशील मोदी ने कहा कि मांझी के कैबिनेट में कौन-कौन सा गलत फैसला लिया गया, इसके बारे में नीतीश कुमार को स्पष्ट करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि जो शख्स खुद खुल कर जाति का कार्ड खेलता रहा है, वही आज भाजपा पर कास्ट कार्ड खेलने का आरोप लगा रहे हैं. आज जब यह दावं उन्हें उलटा पड़ रहा है, तो कह रहे हैं कि भाजपा कास्ट कार्ड खेल रही है. उन्होंने इस पूरे मामले में भाजपा के शामिल होने के नीतीश के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमसे पूछ कर मांझी को सीएम नहीं बनाया और हमसे पूछ कर हटाया भी नहीं. उन्होंने कहा कि यह पूरी स्क्रिप्ट नीतीश ने खुद लिखी है.

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