नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जीतन राम मांझी को पार्टी से निकाल दिया गया है. मंत्रियों को कह दिया गया है कि वह पद से इस्तीफा कर दें अन्यथा जो हाल श्री मांझी का हुआ वहीं हाल उनका होगा. जीतन राम मांझी ने पार्टी का एजेंडा नहीं स्वीकार कर अपना एजेंडा और बीजेपी का काम किया. जनता दल यू से उनका मानसिक व शारीरिक रिश्ता नहीं रह गया. पार्टी मर्यादा से चलती है.
किसी को पद पर बैठा दिया जाता है, तो तत्काल उसे नहीं हटाया जा सकता. संपर्क यात्र में कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ऐसा निर्णय लेते रहे, तो पार्टी ही नहीं रहेगी. कार्यकर्ता व एमएलए के मूड को देख पार्टी ने यह निर्णय लिया है. वह जदयू के सिंबल के रूप में विधानसभा में काम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि पार्टी नेता चुनने की सूचना पार्टी के अध्यक्ष के द्वारा ही दी जाती है. जीतन राम मांझी को दल का नेता चुनने के संबंध में उनका ही पत्र राज्यपाल के पास गया था.