पटना: 20 हजार रुपये लेकर स्नातक विज्ञान की फर्जी डिग्री देने वाले बोरिंग रोड के एक स्टडी सेंटर पर पुलिस ने छापेमारी की है. वहां से कई यूनिवर्सिटी के अंक पत्र, मुहर, क्रेडिट कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद किये गये हैं. बुद्धा कॉलोनी पुलिस ने जालसाजी के आरोप में स्टडी सेंटर के मालिक वरुण ठाकुर […]
पटना: 20 हजार रुपये लेकर स्नातक विज्ञान की फर्जी डिग्री देने वाले बोरिंग रोड के एक स्टडी सेंटर पर पुलिस ने छापेमारी की है. वहां से कई यूनिवर्सिटी के अंक पत्र, मुहर, क्रेडिट कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद किये गये हैं. बुद्धा कॉलोनी पुलिस ने जालसाजी के आरोप में स्टडी सेंटर के मालिक वरुण ठाकुर को गिरफ्तार किया है जबकि गैंग सरगना दिल्ली में रहता है.
फर्जीवाड़े का खुलासा अहमदाबाद में तब हुआ जब वहां से तीन साल तक बीएससी करने के बाद बैंक पीओ की परीक्षा पास कर एक छात्र इंटरव्यू में शामिल हुआ. उसका चयन हो गया, लेकिन जांच में डिग्री फर्जी निकली और उसके हाथ से नौकरी चली गयी. चौंकाने वाली बात यह है कि जब छात्र पटना आ कर स्टडी सेंटर में इसकी शिकायत की तो उसके साथ मारपीट हुई और भगा दिया गया.
नालंदा जिले के हरगांवा का आदित्य भारद्वाज 2011 में एक विज्ञापन पढ़ कर पटना आया था. विज्ञापन में स्नातक विज्ञान की डिग्री की बात थी. आदित्य ने बोरिंग रोड के चंद्रकला अपार्टमेंट के फ्लोर संख्या 3 में बिग वे इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडी के मालिक वरुण ठाकुर से संपर्क किया. 20 हजार रुपये फीस लिया और तीन साल तक वहां पढ़ाई की. उसने परीक्षा दी और नवंबर 2014 में उसे डिग्री मिली. डिग्री राजस्थान के श्रीधर यूनिवर्सिटी पिलानी के नाम की थी. इसके बाद आदित्य ने एसबीआइ पीओ की परीक्षा दी. उसने परीक्षा पास की और 12 दिसंबर 2014 को इंटरव्यू के लिए अहमदाबाद बुलाया गया. उसका चयन भी हो गया और उससे डिग्री मांगी गयी.
एसबीआइ ने जब उसकी डिग्री की जांच करायी, तो वह फर्जी निकला. उसके हाथ से नौकरी चली गयी.
स्टडी सेंटर मालिक ने छात्र से की मारपीट : पटना आने के बाद 7 फरवरी को आदित्य स्टडी सेंटर पहुंचा और वरुण ठाकुर से मिला. उसने पूरी कहानी सुनायी और फर्जी डिग्री देने का आरोप लगाया. इस पर वरुण ने उसके साथ मारपीट की और भगा दिया. इस पर आदित्य बुद्धा कॉलोनी थाने पहुंचा और नामजद एफआइआर करायी. पुलिस ने रविवार को स्टडी सेंटर में छापेमारी की. स्टडी सेंटर से कई यूनिवर्सिटी के अंक पत्र, मुहर, लैपटॉप व क्रेडिट कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किये गये. पूछताछ में उसने बताया है कि दिल्ली में रहने वाले एक व्यक्ति से जान पहचान है. उसके माध्यम से कुछ ओपन यूनिवर्सिटी से डिग्री दिलाता था,जो फर्जी होता था.
पुलिस कर रही जांच : पुलिस ने दिल्ली में बैठे सरगना की जांच शुरू कर दी है. इस बात की भी जांच की जा रही है कि कोचिंग सेंटर से कितने छात्रों को फर्जी डिग्री दी गयी है. वरुण ठाकुर पटना के आशियाना नगर में भाड़े के मकान में रहता है और नालंदा जिले के साकेत सुसारी थाना बहेरी का मूल निवासी है.