प्राचार्य के आने पर तीनों छात्रों का पता एसटीएफ को दिया गया. सूत्रों के अनुसार तीनों छात्र मधेपुरा, नालंदा व मुजफ्फरपुर के हैं. ये तीनों छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई करनेवाले यूजी छात्र हैं. अगर इन छात्रों पर मामला साबित हो गया, तो कोर्ट के आदेश के बाद इनका नामांकन रद्द कर दिया जायेगा.
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व्यापमं घोटाला: दोषी पाये गये तीनों मेडिकल छात्र, तो होगा नामांकन रद्द
पटना: मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के बाद एमपी एसटीएफ पिछले तीन दिनों से बिहार के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में जाकर आरोपित छात्रों को खोज रही है. इस दौरान सोमवार को एसटीएफ पटना मेडिकल कॉलेज पहुंची, जहां से तीन छात्रों का एड्रेस मांगा, लेकिन प्राचार्य के छुट्टी पर रहने के कारण […]
पटना: मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के बाद एमपी एसटीएफ पिछले तीन दिनों से बिहार के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में जाकर आरोपित छात्रों को खोज रही है. इस दौरान सोमवार को एसटीएफ पटना मेडिकल कॉलेज पहुंची, जहां से तीन छात्रों का एड्रेस मांगा, लेकिन प्राचार्य के छुट्टी पर रहने के कारण उनको एड्रेस नहीं मिल पाया था.
क्या है मामला
मव्यावसायिक परीक्षा मंडल की ओर से आयोजित प्री मेडिकल टेस्ट परीक्षा के तहत वर्ष 2006 से लेकर 2013 तक 300 से अधिक छात्रों को पैसा लेकर सफल कराया गया था. इस परीक्षा में देश के विभिन्न राज्यों से मेडिकल के स्कॉलर छात्रों को शामिल किया गया था, जिन्होंने दूसरों की जगह परीक्षा दी थी और इसके एवज में उन छात्रों को लाखों रुपये दिये गये थे.
एसटीएफ की टीम को मांग के अनुसार तीन छात्रों का एड्रेस उपलब्ध करा दिया गया है. इसके बाद अब कोर्ट का जो आदेश होगा, उसके अनुसार छात्रों पर कार्रवाई की जायेगी. अगर नामांकन रद्द करने की बात आयेगी, तो उक्त छात्रों का नामांकन रद्द किया जायेगा.
डॉ एसएन सिन्हा, पीएमसी प्राचार्य
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