पटना : पूर्व मध्य रेल ने लंबी दूरी की ट्रेनों के रैकों को एक समान रखने का निर्णय लिया है. सर्दी के दिनों में ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण गाड़ियां रद्द न हो, इसके लिए यह नियम लागू किया गया है.
खासकर वैसी ट्रेनें जिसमें 24 बोगियां रहती है, उस पर यह नियम लागू होगा. इससे यदि अप में कोई ट्रेन लेट हो गयी है, तो डाउन के लिए उसी ट्रेन का इंतजार नहीं किया जायेगा, बल्कि उसकी जगह वो ट्रेन चला दी जायेगी, जो समय से जंकशन पर पहुंच गयी हो.
रैकों को एक समान रखने के लिए पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने बीते दिनों समीक्षा बैठक की थी. यह नियम 15 सितंबर 2013 से लागू होगा.
जिन ट्रेनों में ये नियम लागू होंगे उसमें 13201/02 कुर्ला–पटना, 12355/56 अर्चना एक्सप्रेस, 12395/96 जियारत एक्सप्रेस, 13281/82 राजेंद्रनगर– न्यू तिनसुकिया व 13237/38/39/40 पटना–कोटा शामिल है. इन सभी ट्रेनों में एसी की सभी श्रेणी, स्लीपर व सामान्य श्रेणी की बोगियां एक समान होंगी.
पहले चरण में चयनित इन ट्रेनों के बाद दूसरे व तीसरे चरण के तहत 24 रैकोंवाली अन्य ट्रेनों को भी इसी समान किया जायेगा. रैकों के नये समायोजन में उपरोक्त सभी ट्रेनों में सामान्य श्रेणी की पांच, स्लीपर की 12, एसी थ्री की तीन, एसी टू की दो, एसी फस्र्ट की एक के अलावा पैंट्री कार व एसएलआर को मिला कर कुल 24 बोगियां रहेगी.
वहीं, 13287/88 साउथ बिहार एक्सप्रेस में भी ट्रेनों के रैक का समयोजन किया जा रहा है. साउथ बिहार में 15 सितंबर के बाद सामान्य श्रेणी की पांच, स्लीपर की 11, थ्री एसी की तीन, टू एसी की दो व फस्र्ट एसी की एक बोगी रहेगी. वर्तमान में सामान्य श्रेणी की चार, थ्री एसी की दो, एसी टू की दो व फस्र्ट एसी सह एसी टू की संयुक्त रूप से एक बोगी होती है.