पटना: भाजपा-जदयू में टूट के बाद सोमवार को सचिवालय में नजारा बदला-बदला-सा दिखा. विकास भवन में सहकारिता मंत्री के चेंबर में सन्नाटा था. बाहर ताला लटक रहा था, पर मंत्री के रूप में रामाधार सिंह का नेम प्लेट लगा था. पुराना सचिवालय में उपमुख्यमंत्री के चेंबर के बाहर सुशील मोदी का नेम प्लेट हटाया गया.
तीसरे तल्ले पर पशुपालन मंत्री के चेंबर के बाहर से नेम प्लेट हटा लिया गया. सचिवालय के कर्मचारी व अधिकारी राजनीतिक पार्टियों के लाभ-हानि का आकलन करते दिखे. सहकारिता और पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक जानना चाह रहे थे कि अगला मंत्री कौन होगा. कयास भी लगाये जा रहे थे.
सहकारिता मंत्री के पीएस जयंत कुमार सिंह ने अपनी सेवा कार्मिक विभाग में दे दी. एक मंत्री के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी ने कहा कि भगवान से मनाते हैं कि अब मंत्री सेल में काम न करना पड़े. यहां काम करते-करते थक जाते हैं.