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बच्चों से मजदूरी करायी, तो होंगे दंडित

पटना: 14 साल से कम आयुवाले बच्चों को न्यूनतम मजदूरी देकर आसानी से काम लिया जा रहा हैं. ऐसे बच्चे ज्यादातर होटलों, ईंट-भट्टों, रेलवे स्टेशनों व कारखानों में काम कर रहे हैं. बालश्रम के रूप में बच्चों का शोषण हो रहा है. इसके खिलाफ सरकारी स्तर कार्य किये जा रहे हैं. कानून भी बनाये गये […]

पटना: 14 साल से कम आयुवाले बच्चों को न्यूनतम मजदूरी देकर आसानी से काम लिया जा रहा हैं. ऐसे बच्चे ज्यादातर होटलों, ईंट-भट्टों, रेलवे स्टेशनों व कारखानों में काम कर रहे हैं. बालश्रम के रूप में बच्चों का शोषण हो रहा है. इसके खिलाफ सरकारी स्तर कार्य किये जा रहे हैं. कानून भी बनाये गये हैं. इससे निबटने के लिए मानवता से काम करने की जरूरत है. ये बातें श्रम संसाधन मंत्री जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने कहीं.

वे बुधवार को तारामंडल सभागार में श्रम संसाधन विभाग, बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग व यूनिसेफ के सहयोग से ‘विश्व बाल श्रम निषेध दिवस’ पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वैसे अभिभावकों पर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी, जो अपने बच्चों से काम कराते हैं.

श्रमायुक्त सुरेश कुमार सिन्हा ने कहा कि बालश्रम जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए जागरूकता रथ चलाया जा रहा है. बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष रामदेव प्रसाद ने कहा कि इसके लिए प्रखंड स्तर पर आवासीय विद्यालय खोले जाने चाहिए. उपाध्यक्ष अनिता सिन्हा ने बालश्रम का सबसे बड़ा कारण गरीबी बताया. इसके लिए रोजगार मुहैया कराने की जरूरत पर बल दिया. मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता सुधा वर्गिस व बचपन बचाओ आंदोलन के मुख्ताहरुल हक भी मौजूद थे.

बालश्रम सभ्य समाज पर कलंक
उधर, बाल मजदूरी विरोधी अभियान की ओर से आदिवासी कॉलोनी में आयोजित सेमिनार में संघ के अध्यक्ष चंद्रभूषण राय ने कहा कि सभ्य व शिक्षित समाज में बालश्रम एक कलंक है. मौके पर महिला लोक समिति संयोजिका क्रांति राशोष, केके शर्मा, विभूति नाथ, डॉ अनिल राजनीति सिंह, सुदामा देवी आदि मौजूद थे.

शिवमुनी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी की ओर से रुकनपुरा महादलित समाज के बच्चों ने मानव श्रृंखला बनायी गयी. इंटक बिहार व अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के संयुक्त तत्वावधान में रैली निकाली गयी. मौके पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष निशा झा आदि मौजूद थीं. वहीं, पटना सिटी में राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण साझा अभियान व नव ज्योति संघ द्वारा गायघाट में मानव श्रृंखला बना कर लोगों को जागरूक किया.

गया. मानव कड़ी में बच्चे भी शामिल थे. कार्यक्रम में संजय कुमार, अंजली दास, मनीता, गौतम, सुमन, प्रकाश ड्रोलिया ,भूमिका, मंयक, मीनू, दीपाश्री, संगीता, सगुन, श्रेया, शिवम, सोनी व तन्नू के साथ अभय गोस्वामी, सचिंद्र कुमार पाठक, चुन्नू चंद्रवंशी, अजय आजाद समेत अन्य लोग शामिल थे. इस दौरान संगठन ने तीन बाल मजदूर को मुक्त करा कार्यक्रम में लाया.इनमें दो बच्चे पटना व एक नालंदा के थे.

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