पटना: राज्य में कितने किन्नर हैं. इसकी जानकारी अब सरकार के पास होगी. इसके लिए किन्नरों का सर्वेक्षण कराया जायेगा. पूरे बिहार में किन्नरों की संख्या और स्थिति की जानकारी मिल सके.
इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से पहली बार किन्नरों क ा सर्वे कराया जायेगा. इसकी जिम्मेवारी महिला विकास निगम को दी गयी है. इसके जरिये किन्नरों की समस्याओं को जान कर योजनाएं बनायी जा सकेंगी. महिला विकास निगम एजेंसी के माध्यम से किन्नरों का सर्वे करायेगा. इसके लिए अगस्त के दूसरे सप्ताह में कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. कार्यशाला के जरिये सर्वे कैसे किया जाये, किन-किन बातों की जानकारी ली जाये आदि बातों पर विशेषज्ञों द्वारा आये सुझावों पर कार्ययोजना तैयार की जायेगी.
दिये जाने हैं सारे मानवाधिकार : तीसरे लिंग के रूप में नामित किन्नरों का अब तक कोई सरकारी रिकॉर्ड नहीं हैं. इससे आज तक उनके लिए न तो सरकारी योजनाएं संचालित हैं और न ही समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए काम किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार सभी किन्नरों को मानवाधिकार के तहत सारे अधिकार देने की बात कही गयी थी. विभागीय जानकारी के अनुसार पूरे बिहार में 49 हजार किन्नर हैं. हालांकि, यह आंकड़ा पूरी तरह से सही नहीं होने से ऑफ द रिकार्ड है. साथ ही इनके व्यवसायों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं होने से कोई भी योजना नहीं बन पा रही है.