समान काम समान वेतन की मांग को लेकर विधानसभा मार्च करने पहुंचे शिक्षकों पर कार्रवाई
पटना : समान काम-समान वेतन और नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त की मांग को लेकर 18 शिक्षक संगठनों ने गुरुवार को विधानसभा से महज आधा किमी की दूरी पर जोरदार प्रदर्शन किया. बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में गर्दनीबाग प्रदर्शन स्थल पर इकट्ठा होकर विधानसभा मार्च पर निकले शिक्षकों ने सुरक्षा गेट तोड़ कर विधानसभा की तरफ बढ़ने की कोशिश की.
स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी. इससे नाराज शिक्षकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जवाब में पुलिस कर्मियों ने भी पत्थरबाजी की. करीब 30 राउंड से अधिक आंसू गैस के गोले छोड़े गये व पानी की बौछार की गयी. इसको लेकर पूरे इलाके में काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही. शहर की यातायात व्यवस्था पर भी इसका असर दिखा.
लाठीचार्ज के खिलाफ आज फूकेंगे पुतला
संघर्ष समन्वय समिति के प्रदीप कुमार पप्पू व डॉ गणेश शंकर पांडेय ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन व महाधरना कर रहे नियोजित शिक्षकों पर लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण है. इसके विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालयों पर नियोजित शिक्षक व पुस्तकालय अध्यक्ष मुख्यमंत्री का पुतला फूंकेंगे. समिति ने दावा किया कि विधानसभा मार्च में अनुमानत: एक लाख से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं आकस्मिक और मेडिकल लीव लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए.
प्रदर्शन में इन मुख्य संगठनों ने भाग लिया : बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ, बिहार प्राथमिक शिक्षक संघ, बिहार प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट), राजकीय कृत प्रारंभिक शिक्षक संघ, बिहार प्रारंभिक शिक्षक संघ (प्रदीप गुट), बिहार टीइटी शिक्षक संघ व अन्य
15 नामजद व चार हजार अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी
पटना : शिक्षकों द्वारा गर्दनीबाग धरनास्थल पर काफी हंगामे व पथराव के कारण एक जवान मो नजुम का सिर फट गया और गंभीर रूप से घायल हो गये. मो नजुम जीवन और मौत के बीच जूझ रहे हैं. जबकि दो दर्जन जवानों को चोटें आयी है. इस मामले में पुलिस ने पांच प्रदर्शनकारियों शिक्षक संघ के अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह, विपिन बिहारी सिंह, अमरेंद्र बहादुर, अब्दुल हसी व चांदनी कुमारी झा को गिरफ्तार कर लिया है.
इन पांचों को कल जेल भेज दिया जायेगा. घटना के बाद नाजायज मजमा लगाने, सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, हंगामा करने, पथराव करने, मारपीट करने, गाड़ियों पर पथराव कर शीशा फोड़ने , शांति भंग करने, अनाधिकृत रूप से विधान सभा में प्रवेश करने का प्रयास करने व सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने की मंशा रखने का आरोप लगाते हुए 15 नामजद व चार हजार अज्ञात के खिलाफ गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
शिक्षकों के हंगामे व पथराव के कारण हुए नुकसान
– एक जवान का सिर फटा – दो दर्जन जवानों का पथराव के कारण चोटें आयी – महिला थाना के आवासीय परिसर भवन का नुकसान हुआ और खिड़की का शीशा फूटा – मजिस्ट्रेट की गाड़ी का शीशा फूटा – गर्दनीबाग में मेन गेट टूटा – पुलिस अफसर की गाड़ी क्षतिग्रस्त
कई जवान पथराव में घायल
यह प्राथमिकी दंडाधिकारी के रूप में मौजूद नगर कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल के बयान के आधार पर दर्ज किया गया है. सचिवालय डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने बताया कि जवान फिलहाल अस्पताल में इलाजरत हैं. इसके अलावा कई अन्य जवानों को पथराव के कारण चोटें आयी है. इस संबंध में गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. महिला समेत पांच प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और शुक्रवार को जेल भेज दिया जायेगा. गैर जमानतीय धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
शहर में जगह-जगह लगा रहा जाम
पटना : गुरुवार को शिक्षकों के विधानसभा घेराव के कारण शहर में जगह जगह जाम लगा रहा. गर्दनीबाग धरना स्थल पर बड़ी संख्या में शिक्षकों के जमे रहने के कारण शहीद स्मारक सर्किल और उससे जुड़ी सड़कों के साथ साथ आर ब्लॉक चौराहा तक भारी भीड़ लगी रही.
उनको लेकर आनेवाले वाहनों की भीड़ के कारण वीरचंद पटेल पथ, आयकर गोलंबर, वाेल्टास गोलंबर और डाकबंगला चौराहा पर भी रह रह कर जाम लगता रहा. सुरक्षा बलों की सड़क पर जगह जगह मौजूदगी के कारण जाम को अन्य दिनों की तुलना में जल्दी से हटाया भी जाता रहा. इसके कारण एसएसपी की गाड़ी भी थोड़ी देर तक जाम में फंसी रही. रात आठ बजे के बाद ट्रैफिक सामान्य हो सका.
शिक्षिकाएं फांद गयीं 15 फुट ऊंचा गेट
पटना : शिक्षकों के प्रदर्शन के दौरान दोपहर में करीब एक घंटे से अधिक समय तक गर्दनीबाग में घमासान चला. इस दौरान 40 से अधिक आंसू गैस के गोले दागे गये, जबकि आधे घंटे तक पानी की बौछार की गयी.
इससे प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गये. तीन बजे के बाद स्थिति पुलिस के नियंत्रण में आ गयी, लेकिन गिरफ्तार साथियों को छुड़ाने के लिए शिक्षक फिर धरने पर बैठे गये. इस संघर्ष में कई लोगों को चोटें आयीं. रोड़ेबाजी में जिला कंट्रोल रूम प्रभारी की गाड़ी का शीशा टूट गया. भागने के दौरान कई लोग बगल के नाले में भी गिर पड़े. गर्दनीबाग धरनास्थल पर शिक्षकों को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, माले के विधायक सुदामा प्रसाद और बिहार अराजपत्रित शिक्षक संघ के महासचिव भोला पासवान व अन्य ने भी संबोधित किया.
शाम दो बजे के आसपास गर्दनीबाग में हजारों की संख्या में मौजूद शिक्षकों की एक टोली सुरक्षा गेट के पास हंगामा करने लगी. दो शिक्षिकाएं 15 फुट ऊंचे लोहे के गेट पर चढ़ कर दूसरी तरफ कूद गयीं. इसमें एक शिक्षिका के पैर में चोट भी आयी. कुछ युवा शिक्षक भी दूसरी तरफ कूद गये, जिनको पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद शिक्षकों ने गेट उखाड़ दिया.
सचिवालय रेलवे हॉल्ट पर जमे, पर परिचालन प्रभावित नहीं
सचिवालय रेलवे हॉल्ट पर दस हजार से अधिक शिक्षक मौजूद रहे, लेकिन रेलवे परिचालन बाधित नहीं हुआ. हालांकि दो पैसेंजर ट्रेनें एक हॉल्ट से एक किलोमीटर दूर खड़ी रहीं, बाद में शिक्षकों का रुख देख कर स्टेशन मास्टर ने ट्रेन आने को हरी झंडी दी.
विशेष फैक्ट
– सचिवालय के समूचे क्षेत्र में शिक्षकों के सैकड़ों चार पहिया वाहन खड़े थे.
– शिक्षिकाओं की संख्या कुल उपस्थित शिक्षकों की एक चौथाई रही.
– शिक्षकों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया.
– हालांकि कुछ जगहों पर लगे जाम में स्कूली बच्चों को दिक्कत हुई.
– पुलिस ने समूचे क्षेत्र के फुटपाथ पर किसी को खड़ा भी नहीं होने दिया.
विधान परिषद में उठा मामला
पटना : विधान परिषद में नियोजित शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज मामले में सत्ता व विपक्ष का एक सुर रहा. सभी शिक्षक प्रतिनिधियों ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शिक्षा मंत्री को शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों से वार्ता करने का आग्रह किया. शून्यकाल में सदस्यों ने इस मामले को उठाया. उस समय शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा सदन में मौजूद थे.
हालांकि, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रो नवल किशोर यादव ने सूचना पर खड़ा होकर नियोजित शिक्षकों के प्रदर्शन को लेकर कार्यकारी सभापति का ध्यान आकृष्ट कराया. शून्यकाल में केदारनाथ पांडेय ने कहा कि नियोजित शिक्षकों में योग्य शिक्षकों को प्रोन्नति देकर टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में व्याख्याता पद पर बहाल किया जाये.
दिलीप कुमार चौधरी ने लाठीचार्च व पानी की बौछार छोड़े जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि हर संगठन को लोकतांत्रिक तरीके से मांग रखने का अधिकार है. शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज निंदनीय है. डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि सरकार शिक्षकों को वेतन भी नहीं दे रही है. ऊपर से डंडा मार कर घायल करवा रही है. संजीव कुमार सिंह व संजीव श्याम सिंह ने कहा कि शिक्षकों के साथ सहानुभूतिपूर्वक बात की जाये.
लाठीचार्ज पर गरमायी राजनीति
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा मदन मोहन झा ने नियोजित शिक्षकों पर लाठी चार्ज और आंसू गैस के प्रयोग की निंदा की है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर लाठी चार्ज और पानी की बौछार की घटना निंदनीय है. वहीं बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार को शिक्षकों की मांगों पर न्यायोचित विचार करना चाहिए.
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रहे हजारों आंदोलनकारी शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि शिक्षकों की यह मांग पूरी तरह जायज है और सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. लेकिन सरकार उलटे आंदोलनकारियों का दमन कर रही है, जो बिलकुल गलत है.
नियोजित शिक्षकों पर लाठी चार्ज और वाटर कैनन करने पर आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष शत्रुघ्न साहू ने कड़ी निंदा की है. वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव सह विधान पार्षद डॉ संतोष मांझी ने कहा कि नियोजित शिक्षकों पर लाठीचार्ज कर सरकार ने अपनी तानाशाही मानसिकता को उजागर किया है.
राजद ने गुरुवार को नियोजित शिक्षकों पर किये गये बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज की तीखी आलोचना की है. पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सह महासचिव चितरंजन गगन और प्रदेश महासचिव अरुण कुमार ने कहा है कि सरकार शिक्षकों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर सभी मांगों को मान ले जिससे कि पठन-पाठन सुचारू रूप से चल सके.
पटना :माध्यमिक शिक्षक संघ व अन्य संगठनों ने शिक्षकों पर कार्रवाई की निंदा की
पटना : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह विधान पार्षद केदार नाथ पांडेय, महासचिव सह पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह और मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता अभिषेक कुमार ने राज्य के नियोजित शिक्षकों पर गुरुवार को पुलिस की तरफ से किये हमले की कड़ी निंदा की है. इन लोगों का कहना है कि नियोजित शिक्षक जायज मांगों को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन धरना दे रहे थे. इस दौरान उन पर लाठीचार्ज अनुचित है.