पटना : हिंद बुक डिपो पर हमला और डकैती के मामले में कहानी बदलती हुई नजर आ रही है. पुलिस का दावा है कि हमला करने वाले पेशेवर अपराधी नहीं थे, यह घटना निजी विवाद में हुई है. पुलिस का दावा है कि कुछ सबूत भी हाथ लग गये हैं़ लेकिन, तहकीकात अभी बाकी है.
बुधवार को पूरे दिन पुलिस दुकान मालिक नौशाद आलम को साथ लेकर छानबीन करती रही. फुटेज में चार-पांच लड़के दुकान से निकलते हुए दिख रहे हैं. जबकि, दुकानदार ने एक दर्जन हमलावरों के होने का दावा किया था. पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि कृष्णा अपार्टमेंट में हिन्द बुक डिपो, हिन्द फाॅर्म शॉप और हिन्द काउंसेलिग के नाम से तीन दुकानें हैं. तीनों के मालिक नौशाद आलम ही हैं.
वे नीट की तैयारी करने वाले छात्रों की काउंसेलिंग व ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराते हैं. इंजीनियरिंग और मेडिकल के छात्रों के एडमिशन के लिए यहां से फॉर्म भरा जाता है. पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि मेडिकल और इंजीनियरिंग में एडमिशन के नाम पर पैसा लेने का मामला सामने आ रहा है.