पटना: बिल्डर सुशील सिंह से रंगदारी की रकम लेने के लिए गिरोह के सरगना आदित्य नारायण पासवान के साथ पांच अपराधी पहुंचे थे. उनमें सलीम, जिशान, मो रहमत अली, बिट्टू व आदित्य नारायण का भाई शामिल थे. ये सब पहले आर ब्लॉक पहुंचे थे, पुलिस ने जब इनका पीछा किया, तो मो रहमत अली पकड़ा गया, बाकी सब भागने में सफल रहे. विदित हो कि आदित्य नारायण मूल रूप से नवादा के कौआकोल का रहनेवाला है तथा उसने चितकोहरा में मकान बना लिया है. बाकी अपराधी बेगूसराय के निवासी हैं.
बिल्डर की भी दुकान है वर्मा सेंटर में : आदित्य के अलावा बिल्डर की भी एक दुकान वर्मा सेंटर में है. आदित्य की दुकान काफी दिनों से बंद है, जिसमें पहले रेस्टोरेंट चला करता था. उसमें केवल कपल की इंट्री थी. सार्वजनिक जगह पर ईलता के आरोप के बाद पुलिस ने उसे बंद करा दिया था. उसी दुकान को खरीदने के लिए सुशील ने उसकी कीमत 35 लाख रुपये तय की थी. उसने आदित्य को 25 लाख रुपये दे दिये थे, जबकि दस लाख कैश देने के लिए गये, तो उनको बंधक बना कर उनसे दस लाख छीन लिया था और एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी.
एक माह के लिए दिया गया सुरक्षाकर्मी : सुशील सिंह की सुरक्षा को लेकर पुलिस चिंतित है. एसएसपी मनु महाराज ने उन्हें एक माह के लिए एक सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराया है. हालांकि सुशील सिंह ने हमेशा के लिए सुरक्षाकर्मी देने का आग्रह किया है.
नवादा व बेगूसराय जायेगी पटना पुलिस : सरगना के नवादा और अन्य अपराधियों के बेगूसराय स्थित आवासों पर छापेमारी करने के लिए पुलिस जायेगी. एसएसपी ने बताया कि गिरोह के तमाम अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
इतना शातिर कि दोस्त को भी नहीं छोड़ा
आदित्य नारायण की करतूत सामने आने के बाद कई लोग अब पुलिस के पास उसकी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं, जिनसे उसने जमीन-मकान बेचने व नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लिये थे. वे लोग जब पैसे मांगते थे, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती थी. ऐसे ही कुछ लोगों ने सोमवार को सचिवालय डीएसपी मो. शिब्ली नोमानी से लिखित शिकायत की. बताया जाता है कि एक को फ्लैट देने के नाम पर उसने 70 लाख ले लिये थे. आदित्य इतना शातिर है कि उसने अपने दोस्त अविनाश को भी नहीं छोड़ा. अविनाश से उसने सात लाख रुपये लिये थे. इसी प्रकार वर्मा सेंटर स्थित दुकान की बिक्री के नाम पर सुशील सिंह के अलावा एक व्यवसायी से भी 15 लाख ले लिये थे. वहीं बाइपास पर एक जमीन बिक्री करने के नाम पर आदित्य ने एक व्यक्ति को सात लाख का चूना लगाया था. पुलिस के अनुरोध पर बैंक अधिकारियों ने आदित्य नारायण के एक एकाउंट को सील कर दिया है. इस एकाउंट में 40 लाख रुपये हैं. वहीं एसएसपी मनु महाराज ने गर्दनीबाग पुलिस को तुरंत कोर्ट से वारंट प्राप्त करने व कुर्की-जब्ती के लिए आग्रह करने का निर्देश दिया है.