पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि लालू प्रसाद सजायाफ्ता हैं. इसके बावजूद उन्होंने खुला पत्र लिखा है. क्या उन्होंने पत्र लिखने के लिए जेल मैनुअल का पालन किया? क्या जेल अधीक्षक से उन्होंने पत्र लिखने के लिए अनुमति ली? उनके पत्र को जेल में किसने टाइप किया, क्योंकि पत्र पर उनके ही दस्तखत हैं. सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद को इस बात का अंदाजा तो हो ही गया होगा कि बिहार में उनके भ्रष्टबंधन की हालत क्या होने वाली है.
पहले चरण की वोटिंग के पहले उनको बिहार की चुनावी जमीन का एहसास हो जाना इस बात से साबित होता है कि उनको अपने समर्थकों के लिए खुला पत्र लिखना पड़ा. लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि उनको सामने हार दिख रही है तो दलितों के लिए प्रेम उमड़ आया है.
15 वर्षों के उनके शासनकाल में दलित उत्पीड़न की घटनाएं सबसे ज्यादा हुईं. वे खुद कहते रहे हैं कि उनकी राजनीति ‘माय’ समीकरण पर चलती है. उनको तो समाज के किसी अन्य तबके की कभी फिक्र ही नहीं रही.