पटना : पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने भाजपा छोड़ दी है. पटना स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस पार्टी का दामन थामेंगे. लेकिन, यह कहा कि पहले वे अपने क्षेत्र के लोगों से बात करने के बाद ही वह इस पर फैसला करेंगे. अभी उनके सामने सारे विकल्प खुले हैं और वह निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा छोड़ने का मुख्य कारण जदयू जैसे क्षेत्रीय दल के सामने भाजपा का आत्मसमर्पण करना है. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी में तानाशाही है. कुछ लोग बिना किसी से पूछे फैसला ले लेते हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी है.
उन्होंने सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण को सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि आर्थिक आधार पर इसे देना सराहनीय पहल है. परंतु इसका फायदा भाजपा को नहीं मिलने वाला है. इसे चुनावी जुमला करार देते हुए कहा कि इसे परिभाषित ठीक से नहीं किया गया है. बचे हुए 40 फीसदी आरक्षण का लाभुक कौन होगा, यह रिजर्वेशन किसको मिलेगा समेत तमाम प्रश्न अनसुलझे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है. शौचालय योजना को इसका सबसे बड़ा माध्यम बताते हुए कहा कि जो गांव ओडीएफ हो गये हैं, वहां भी कई लोगों के पास शौचालय नहीं है.