पटना : इप्टा के प्लैटिनम जुबली समारोह के चौथे दिन भिखारी ठाकुर रंगभूमि (दक्षिणी गांधी मैदान) और कविवर कन्हैया रंगभूमि (प्रेमचंद रंगशाला परिसर) में अलग-अलग इप्टा की इकाइयों ने नाटकों, जनगीतों और लोक गीत-नृत्यों की प्रस्तुतियां दी. भिखारी ठाकुर रंगभूमि में सबसे पहले राजनंदन सिंह ‘राजन’ रचित जोगीरा गाया गया. जोगीरा के जरिये वर्तमान व्यवस्था पर प्रहार किया गया. उसके बाद असम इप्टा ने मूक नाटक ‘वॉइस ऑफ पेन’ की प्रस्तुति की.
मुजफ्फरपुर इप्टा ने अख्तर अली लिखित व अजय कुमार विजेता निर्देशित नाटक ‘अजब मदारी गजब तमाशा’ का प्रदर्शन किया. सहरसा इप्टा ने जनगीत की प्रस्तुति की. कविवर कन्हैया रंगभूमि पर मधुबनी इप्टा ने वागीश कुमार झा के चर्चित नाटक ‘बिजुलिया भौजी’ को श्रीप्रसाद दास के निर्देशन में प्रस्तुत कर स्त्री विमर्श को आयाम दिया. डाल्टेनगंज इप्टा ने जनगीत गया. पंजाब इप्टा के कलाकारों ने लोक गीतों के माध्यम से किसानों, मजदूरों की बातों को साकार किया.